पीएमसी बैंक शाखाओं के बाहर ग्राहकों का प्रदर्शन, पैसे निकालने पर लगी पाबंदी से हंगामा 

पीएमसी बैंक शाखाओं के बाहर ग्राहकों का प्रदर्शन, पैसे निकालने पर लगी पाबंदी से हंगामा 

Tejinder Singh
Update: 2019-09-24 15:10 GMT
पीएमसी बैंक शाखाओं के बाहर ग्राहकों का प्रदर्शन, पैसे निकालने पर लगी पाबंदी से हंगामा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंजाब व महाराष्ट्र को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड(पीएमसी) पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा लगाई गई पाबंदी के बाद मुंबई और आसपास के इलाकों में बैंकों की शाखाओं में ग्राहकों की भीड़ लग गई। पैसे निकाली पर लगी पाबंदी से नाराज ग्राहकों ने बैंकों में हंगामा किया। कई जगहों पर लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। मालाड मार्वे रोड पर स्थित बैंक की शाखा के बाहर सैकड़ों की संख्या में जमा हुए ग्राहकों ने यहां तैनात कर्मचारियों को बाहर से घेर लिया। बैंक कर्मचारी लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश करते रहे लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। हंगामा कर रहे ग्राहकों पर किसी तरह मालवणी पुलिस ने काबू पाया। वहीं ठाणे के उल्हासनगर इलाके में स्थित पीएमसी बैंक की शाखा में भी बड़ी संख्या में ग्राहक पहुंच गए। लोगों की धक्कामुक्की के बीच एक महिला बेहोश हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। अंधेरी के पूनम नगर इलाके में स्थित बैंक की शाखा में भी यही हाल रहा और घंटों तक ग्राहक बैंक के सामने खड़े रहे। मीरा रोड इलाके में स्थित बैंक की शाखा के बाहर भी हजारों ग्राहकों ने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यही हाल बैंक की सभी शाखाओं में रहा। 

बैंक के एक खाताधारक अविनाश शर्मा कहते हैं कि उनका सारा पैसा इसी बैंक में हैं जिसे वे निकाल नहीं सकते अब वे क्या करें। उल्हासनगर में रहने वाले नवीन जेठमलानी के मुताबिक अगर किसी खाते में गड़बड़ी हुई है तो उस पर रोक लगा दी जाती सारे ग्राहकों का पैसा रोकने की क्या जरूरत थी। तेजेंद्रसिंह गाला ने बताया कि उनका पेट्रोल पंप है और वहां आने वाले पैसे रोजाना बैंक में जमा कराते हैं लेकिन मंगलवार को वे पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि वे पैसे तो जमा करा सकते हैं लेकिन सिर्फ एक हजार रुपए निकाल सकते हैं। गाला कहते हैं कि उनके आठ लाख रुपए से ज्यादा बैंक में फंस गए हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आगे भुगतान कैसे करें। बैंकों के बाहर जुटे सारे ग्राहकों की अपनी-अपनी परेशानी थी किसी को इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी तो किसी को अपने बच्चों की फीस भरने के लिए। किसी को अपने बिलों का भुगतान करना था तो किसी ने शादी के लिए पैसे जमा किए थे। आरबीआई के इस कदम के बाद लाखों ग्राहक परेशान हैं। वहीं पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि वे मामले में रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय से चर्चा कर रहे हैं कि हालात यहां तक कैसे पहुंचे और छोटे निवेशकों का पैसा बचाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि बैंक की कुल 137 शाखाओं में से 81 सिर्फ मुंबई, ठाणे, पालघर और नई मुंबई में हैं।  

 

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