कोरोना टीका उपलब्ध कराने में महाराष्ट्र के साथ हो रहा भेदभाव - शिवसेना 

कोरोना टीका उपलब्ध कराने में महाराष्ट्र के साथ हो रहा भेदभाव - शिवसेना 

Tejinder Singh
Update: 2021-03-17 16:16 GMT
कोरोना टीका उपलब्ध कराने में महाराष्ट्र के साथ हो रहा भेदभाव - शिवसेना 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना ने केन्द्र सरकार पर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। पार्टी सांसद डॉ एकनाथ शिंदे ने कहा है कि महाराष्ट्र को इस समय कोरोना टीके की प्रति सप्ताह 20 लाख डोज की जरूरत है, लेकिन आज प्रदेश को सिर्फ इसका 25 प्रतिशत डोज ही उपलब्ध हो पा रहा है। बुधवार को लोकसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान डॉ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र में 60 साल से ज्यादा और 45 साल से ज्यादा आबादी के लिए साढ़े तीन करोड़ डोज की जरूरत है, लेकिन अभी तक महाराष्ट्र को 70 लाख डोज ही मिले हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार से अनुरोध है कि वह महाराष्ट्र को ज्यादा से ज्यादा कोरोना का टीका उपलब्ध कराए। उन्होने कहा कि केन्द्र महाराष्ट्र को देखने का अपना नजरिया बदले और कोरोना महामारी के खिलाफ इस जंग में प्रदेश को आगे बढ़कर मदद करे। शिवसेना सांसद ने कोरोना की रोकथाम में प्रदेश की उद्धव सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां देश में सर्वाधिक एक करोड़ 77 लाख 15 हजार टेस्ट हुए हैं। महाराष्ट्र टेस्टिंग, ट्रेसिंग और प्रोटोकॉल का अच्छे ढंग से पालन कर रहा है। उन्होने बातया कि वर्ष 2020 में महाराष्ट्र में 211 अस्पताल और 7722 बेड थे। लेकिन आज बेड की कुल संख्या बढ़कर साढ़े तीन लाख से ज्यादा हो गई है। उन्होने कहा कि महाराष्ट्र का धारावी मॉडल विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुका है। 

पाथरी को धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करे सरकार : फौजिया खान

राकांपा सांसद डॉ फौजिया खान ने सरकार से साईं बाबा की जन्मस्थली पाथरी को एक धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की है। उन्होने कहा कि पाथरी के विकास के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। डॉ खान ने यह मसला बुधवार को राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। उन्होने कहा कि साईं धाम शिरडी में भक्तों की भारी भीड़ रहती है, लेकिन परभणी से 8 किलोमीटर दूर साईं बाबा की जन्मस्थली पाथरी उपेक्षित है। देश के राष्ट्रपति भी साईं बाबा के सम्मान में पाथरी आ चुके हैं। इस दौरान राष्ट्रपति ने पाथरी को विकसित करने पर जोर दिया था। ऐसे में सरकार से आग्रह है कि वह पाथरी को धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करे। उन्होने यदि पाथरी, नांदेड़, औरंगाबाद, महुरगढ़, अजंता, एलोरा, औंधा नागनाथ, पर्ली बैजनाथ, दौलताबाद को एक पर्यटक हब के रूप में विकसित कर एक लक्जरी ट्रेन शुरू की जाती है तो इससे पिछड़े मराठवाड़ा क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।

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