ग्रिड फेल होने के चलते गई बुजुर्ग की जान, जनरेटर से अस्पताल में लगी आग 

ग्रिड फेल होने के चलते गई बुजुर्ग की जान, जनरेटर से अस्पताल में लगी आग 

Tejinder Singh
Update: 2020-10-13 13:22 GMT
ग्रिड फेल होने के चलते गई बुजुर्ग की जान, जनरेटर से अस्पताल में लगी आग 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर और आसपास के इलाकों में सोमवार को ग्रिड फेल होने के चलते कटी बिजली एक 82 वर्षीय मरीज की जान पर भारी पड़ गई। दरअसल बिजली न होने के चलते मुलुंड के वीनानगर इलाके में स्थित एपेक्स अस्पताल में रोशनी और दूसरे कामकाज के लिए जनरेटर चलाया गया था। लेकिन शाम साढ़े पांच बजे के करीब जनरेटर में आग लग गई। देखते ही देखते आग अस्पताल में पहुंच गई और उसमें घुंआ भरने लगा। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की इसी दौरान खतरे को देखते हुए अस्पताल में भर्ती 38 मरीजों को आनन फानन में एंबुलेंस की मदद से दूसरे अस्पतालों में ले जाया गया। इनमें से तीन मरीज आईसीयू में थे जिनकी हालत बेहद खराब थी। इनमें से एक 82 वर्षीय मरीज पांडुरंग कुलकर्णी की इस अफरा-तफरी में जान चली गई।

नाम को लेकर गलतफहमी

महानगर पालिका ने हादसे के बाद पांडुरंग कुलकर्णी की मौत का दावा किया तो पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने एक तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि जिस द्वारका नाथ कुलकर्णी की मौत का दावा किया जा रहा है वे मेरे साथ हैं और वे काफी पहले अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। लेकिन बाद में सौमैया ने सफाई दी कि एक जैसे नाम और उम्र के चलते उन्हें गलतफहमी हो गई। जिस बुजुर्ग की मौत हुई है उनका नाम पांडुरंग दत्तात्रय कुलकर्णी है वे ठाणे के वर्तकनगर इलाके के रहने वाले थे। जबकि कोरोना संक्रमण को मात देकर घर लौटे बुजुर्ग का नाम पांडुरंग द्वारकानाथ कुलकर्णी है वे मुलुंड के रहने वाले थे। मरीज की मौत की खबर सुनकर कई लोगों ने मुलुंड में रहने वाले कुलकर्णी के घर सांत्वना देने के लिए फोन करना शुरू कर दिया था।  
 

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