इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर परिजनों ने डॉक्टर को पीटा

इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर परिजनों ने डॉक्टर को पीटा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-07 17:47 GMT
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डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में एक बार फिर हंगामें और मारपीट की स्थिति सामने आई। घटना गायनिक वार्ड में सुबह 5 बजकर 58 मिनट की है। यहां बरामदे में प्रसव होने पर प्रसूता के परिजनों ने आक्रोश जाहिर किया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। बात इतनी बढ़ गई कि झूमाझटकी और मारपीट तक पहुंच गई। परिजनों ने महिला डॉक्टर के साथ मारपीट तक कर डाली।
बताया जा रहा है कि बुधवार रात 12 बजे तिलक चौक निवासी सोनाली सराठे को प्रसव पीड़ा के चलते गायनिक वार्ड में भर्ती कराया गया था। चैकअप के बाद स्टाफ ने डिलेवरी रूम से सोनाली को बाहर कर दिया। गुरुवार सुबह 5 बजकर 58 मिनट पर सोनाली ने बरामदे में ही नवजात को जन्म दे दिया। परिजनों का आरोप था कि सूचना देने के बाद भी चिकित्सक और स्टाफ नहीं आए। इस लापरवाही का मरीज के परिजन वीडियो बना रहे थे। गायनिक वार्ड में वीडियो बनाने से महिला चिकित्सक व स्टाफ ने मना किया, इस बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि परिजनों ने महिला चिकित्सक से मारपीट की।
सीएस और पुलिस से की शिकायत-
महिला चिकित्सक ने इस मामले की शिकायत सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी गोगिया और कोतवाली पुलिस से की है। महिला चिकित्सक के मुताबिक अपने आप को मीडियाकर्मी बताकर प्रसूता के परिजनों द्वारा हंगामा मचाया गया और अभद्रता की गई।
दो गार्ड के भरोसे वार्ड-
ट्रामा यूनिट स्थित इमरजेंसी यूनिट व गायनिक वार्ड समेत अन्य वार्डों में पदस्थ चिकित्सक, स्टाफ और भर्ती मरीजों की सुरक्षा में सिर्फ दो सुरक्षाकर्मी तैनात रहता है। वार्ड में हंगामें की स्थिति में दो सुरक्षाकर्मी भीड़ को नहीं संभाल पाते।
अस्पताल चौकी में भी स्टाफ की कमी-
ट्रामा यूनिट स्थित अस्पताल चौकी में सिर्फ दो हवलदार पदस्थ है। रात के समय अक्सर अस्पताल में हंगामें की स्थिति बनती है। अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल चौकी में स्टाफ बढ़ाने की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है।

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