डेढ़ गुना समर्थन मूल्य के बावजूद अनाज बेचने के लिए उत्साहित नहीं किसान

डेढ़ गुना समर्थन मूल्य के बावजूद अनाज बेचने के लिए उत्साहित नहीं किसान

Tejinder Singh
Update: 2018-11-14 16:48 GMT
डेढ़ गुना समर्थन मूल्य के बावजूद अनाज बेचने के लिए उत्साहित नहीं किसान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। फसलों के उत्पादन खर्च का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद उम्मीद थी कि प्रदेश के किसान सरकारी खरीद केंद्रों पर इस साल ज्यादा मूंग, उड़द और सोयाबीन बेचेंगे। लेकिन नाफेड की तरफ से शुरू किए गए खरीद केंद्रों पर प्रदेश के किसान मूंग, उड़द और सोयाबीन बेचने के मामले में उदासीन दिखाई दे रहे हैं। राज्य में एक महीने में मूंग 12 हजार 382 क्विंटल और 7 हजार 898 क्विंटल उड़द किसानों ने बेचा है। वहीं 15 दिनों में 373 क्विंटल सोयाबीन बेची गई है। जबकि राज्य में किसानों से मूंग की 3.80 लाख क्विंटल, उड़द की 3.50 लाख क्विंटल और सोयाबीन की 25 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य है। प्रदेश सरकार के विपणन विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में कहा कि इस साल सूखे की स्थिति के कारण उत्पादन पर असर पड़ा है। इसके अलावा खरीद केंद्रों पर आने वाला अनाज फेयर एवरेज क्वालिटी (एफएक्यू) दर्जे का नहीं है। इस कारण किसानों से अनाज खरीदी नहीं हो पा रही है। अधिकारी ने कहा कि नवंबर महीने की शुरुआत में दीपावली का त्यौहार होने के कारण किसान खरीद केंद्रों पर नहीं आ रहे हैं। लेकिन हमें उम्मीद है कि अगले सप्ताह से खरीद के आंकड़ों में इजाफा होगा। 

विपणन विभाग के अनुसार मूंग बेचने के लिए अभी तक 35 हजार 785 किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है। लेकिन अभी तक सिर्फ 2299 किसानों ने खरीद केंद्रों पर पहुंचकर 12 हजार 382 क्विंटल मूंग बेची है। उड़द बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले 45 हजार 675 में से 1248 किसानों ने 7 हजार 898 क्विंटल अनाज बेचा है। जबकि सोयाबीन बेचने के लिए 69 हजार 198 किसानों ने पंजीयन कराया था लेकिन अभी तक सिर्फ 36 किसान 373 क्विंटल सोयाबीन बेचने पहुंचे हैं। राज्य में इन तीन अनाज की खरीद के लिए 183 केंद्र शुरू हैं। राज्य में विपणन महासंघ (मुंबई) और विदर्भ विपणन महासंघ (नागपुर) के माध्यम से खरीदी शुरू है। प्रदेश में किसानों को मूंग के लिए 6975, उड़द के लिए 5600 और सोयाबीन के लिए 3399 प्रति क्विंटल के हिसाब से न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है। किसान मूंग-उड़द दिसंबर 2018 तक और सोयाबीन जनवरी के पहले सप्ताह तक बेंच सकेंगे। 

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