जरा सी बात पर मारपीट, रेलवे के आरओएच डिपो में टूल डाउन - 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे 300 रेलकर्मी  

जरा सी बात पर मारपीट, रेलवे के आरओएच डिपो में टूल डाउन - 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे 300 रेलकर्मी  

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-20 12:13 GMT
जरा सी बात पर मारपीट, रेलवे के आरओएच डिपो में टूल डाउन - 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे 300 रेलकर्मी  

डिजिटल डेस्क सतना। रेलवे के आरओएच डिपो में पेड़ के पत्ते तोडऩे से मना करने पर 3 ठेका श्रमिकों ने सीएनडब्ल्यू कर्मचारी की पिटाई कर दी, जिसकी भनक लगते ही 300 रेलकर्मी कामबंद हड़ताल पर चले गए। इस घटना पर जीआरपी ने आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है, तो वहीं रेल प्रशासन ने जांच के आदेश देते हुए रिपोर्ट प्राप्त होने तक ठेकेदार को काम बंद करने का आदेश थमा दिया है। 
क्या है मामला —-
जीआरपी ने बताया कि सीएनडब्ल्यू विभाग के कर्मचारी वशिष्ट कुमार 41 वर्ष, निवासी रेलवे कॉलोनी, सोमवार सुबह आरओएच डिपो में ड्यूटी पर थे, जहां तकरीबन पौने 10 बजे मालगाड़ी का मेंटीनेंस करने वाली होल्कर कंपनी के ठेकेदार सद्दाम खान के कर्मचारी सिकंदर, इस्माइल और इब्राहिम, काम छोड़कर पेड़ से पत्ते तोडऩे लगे। यह देखकर वशिष्ट ने तीनों को फटकार लगा दी, जिससे आरोपी भड़क गए और गाली-गलौज व मारपीट करने लगे। हल्ला-गोहार होने पर अन्य रेलकर्मियों ने बीच-बचाव किया और काम छोड़कर डिपो से बाहर निकल आए। 
आरपीएफ पोस्ट के सामने प्रदर्शन —-
घटना के विरोध में लगभग 300 रेलकर्मी एकजुट होकर आरपीएफ पोस्ट के सामने पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। उनकी मांग थी कि जब तक सुरक्षा नहीं मिलेगी काम पर नहीं लौटेंगे। इस बीच रेलवे के एडीएमई कामरान खान को मारपीट और धरना प्रदर्शन की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से रूबरू होकर पूरे मामले की जांच कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, तब जाकर 2 घंटे बाद धरना खत्म कर सभी कर्मचारी जीआरपी चौकी पहुंच गए, जहां वशिष्ट कुमार के बयान लेकर तीनों आरोपियों के विरूद्ध आईपीसी की धारा 294, 323, 506 और 34 का अपराध पंजीबद्ध किया गया, साथ ही अस्पताल भेजकर पीडि़त की मेडिकल जांच कराई गई। अंतत: दोपहर 12 बजे आरओएच डिपो के कर्मचारी काम पर लौट आए। 
3 सदस्यीय कमेटी को जांच, ठेका निलंबित —-
एडीएमई श्री खान ने घटना की जांच के लिए आरओएच डिपो इंचार्ज मुस्तफा खान के नेतृत्व में 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसमें एसएसई एके चौरसिया, और एनपी तिवारी को शामिल किया गया है। वहीं जांच पूरी होने पर मालगाड़ी के मेंटीनेंस का ठेका निलंबित कर दिया गया है, अब कमेटी की रिपोर्ट ही ठेका कंपनी का भविष्य निर्धारित करेगी।
 

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