चुनावी ड्यूटी न करने वाले 26 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर - सिर्फ परीक्षा कार्य में ड्यूटी होने से मिल सकती है छूट

चुनावी ड्यूटी न करने वाले 26 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर - सिर्फ परीक्षा कार्य में ड्यूटी होने से मिल सकती है छूट

Tejinder Singh
Update: 2019-03-13 14:21 GMT
चुनावी ड्यूटी न करने वाले 26 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर - सिर्फ परीक्षा कार्य में ड्यूटी होने से मिल सकती है छूट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। चुनावी ड्यूटी पूरी न करने पर पालघर पुलिस ने 26 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शिक्षकों पर चुनावी जिम्मेदारी पूरी न करने का आरोप है। दरअसल पालघर के स्कूलों के इन शिक्षकों को पिछले साल बूथ स्तर अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था। इन पर मतदाता सूची अपडेट करने और मतदान से जुड़े दूसरे कामों की जिम्मेदारी थी। यह काम पिछले साल जून से इस साल फरवरी के बीच किया जाना था। लेकिन 26 शिक्षक चुनावी ड्यूटी के लिए नहीं पहुंचे। इसके चलते संबंधित अधिकारी ने शिक्षकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पालघर पुलिस के प्रवक्ता हेमंत काटकर ने बताया कि शिकायत के आधार पर शिक्षकों के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 32(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

परीक्षा कार्य में लगे शिक्षकों को मिल सकती है चुनाव ड्यूटी से छूट

इसके अलावा प्रदेश में कक्षा 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका के जांच के काम से जुड़े शिक्षकों को लोकसभा के चुनाव से संबंधित काम से छूट देने का फैसला जिलाधिकारी करेंगे। इसको लेकर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। प्रदेश सरकार के उप सचिव तथा सह मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल वलवी ने कहा कि दोनों कक्षाओं की परीक्षा के काम से जुड़े शिक्षकों को चुनाव के काम से छूट देने के बारे में जिलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। इस बारे में जिलाधिकारियों को अपने स्तर पर फैसला करना है। इससे पहले भाजपा के प्रदेश शिक्षक आघाडी (मुंबई व कोंकण विभाग) के अध्यक्ष अनिल बोरनारे ने मंत्रालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी कुमार व सह मुख्य निवडणूक अधिकारी वलवी को एक ज्ञापन दिया सौप कर कक्षा 10 और 12 वीं की परीक्षा के उत्तर पुस्तिका की जांच करने वाले परीक्षक और मॉडरेटर को चुनाव के कार्य से छूट देने की मांग की थी। 
 

 

 

 


सरकारी अधिकारी को घूस देना पड़ा मंहगा, आरोपी गिरफ्तार

सरकारी अधिकारी और कर्मचारी तो लगभग रोजाना घूस लेते पकड़े जाते हैं लेकिन पालघर में एक वन रक्षक ने घूस देने वाले शख्स को हवालात पहुंचा दिया। अधिकारी से मिली सूचना के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाया और तीन लाख रुपए घूस देते आरोपी को रंगेहाथों दबोच लिया। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम दिगंबर जेठे (47) है। वह पालघर जिले के विक्रमगढ तालुका का रहने वाला है। जेठे ने वन अधिकारी को काम में बाधा न डालने के लिए तीन लाख रुपए घूस की पेशकश की थी। वन अधिकारी ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से कर दी। इसके बाद बुधवार दोपहर एसीबी ने जाल बिछाया और घूस की रकम लेकर पहुंचे जेठे को सवा एक बजे जाल बिछाकर दबोच लिया गया। 

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