कालीघाटी के जंगल से गैंगलीडर गौरी यादव के दो साथी गिरफ्तार - दो कट्टे और 3 जिंदा कारतूस जब्त

कालीघाटी के जंगल से गैंगलीडर गौरी यादव के दो साथी गिरफ्तार - दो कट्टे और 3 जिंदा कारतूस जब्त

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-23 09:58 GMT
कालीघाटी के जंगल से गैंगलीडर गौरी यादव के दो साथी गिरफ्तार - दो कट्टे और 3 जिंदा कारतूस जब्त

डिजिटल डेस्क, सतना। साढ़े 5 लाख के इनामी गैंगलीडर गौरी उर्फ उदयभान यादव का खात्मा करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान पुलिस ने उसके दो साथियों को कालीघाटी जंगल से गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से दो तमंचे और 3 कारतूस जब्त किए गए हैं। चित्रकूट एसपी अंकित मित्तल ने बताया कि गुरूवार सुबह मुखबिर से सूचना मिलने पर सरैंया चौकी प्रभारी संदीप कुमार पटेल ने अपनी टीम के साथ कालीघाटी के जंगल में पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया, तभी दो संदिग्ध कच्चे रास्ते पर दिखाई दिए जिन्हें सरेंडर के लिए ललकारा गया तो भाग निकले। तब सतर्क पुलिसकर्मियों ने खदेड़कर दोनों को पकड़ लिया, जिनकी पहचान शिव कुमार उर्फ नेता पुत्र बद्री और लवलेश यादव पुत्र केशन यादव निवासी जमुनिहाई थाना मारकुंडी के रूप में की गई। आरोपी नेता के  कब्जे से 315 बोर का तमंचा और 1 जिंदा कारतूस तथा लवलेश से एक तमंचा और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। 
7 मामलों में थी तलाश
पकड़े गए बदमाशों ने बीते 22 जून को गिरोह के साथ गाढ़ाकछार के जंगल में वन विभाग के कर्मचारियों से मारपीट और हवाई फायर करते हुए ट्रैक्टर को क्षतिग्रस्त कर दिया था। गैंगलीडर गौरी ने रंगदारी नहीं मिलने पर काम भी बंद करा दिया था। उक्त घटना पर वनरक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा मानिकपुर थाने में अपराध दर्ज कराया गया था। दोनों बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि उक्त घटना में गौरी यादव के अलावा अवधेश कुमार पुत्र श्यामलाल निवासी सांड़ा थाना बरौंधा और राजा उर्फ रामबहोरी पुत्र दुल्ला उर्फ रामदुलारे निवासी बिलहरी थाना बहिलपुरवा जिला चित्रकूट भी शामिल थे। इन आरोपियों पर बलवा, रंगदारी, एडी व आम्र्स एक्ट के साथ ही हत्या की कोशिश के अपराध भी दर्ज हैं। पुलिस ने डकैतों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में आरक्षक बृजेश कुमार, शिव पाल सिंह और आरिफ अंसारी ने अहम भूमिका निभाई।
आसमान से हो रही डकैत की निगरानी
तराई में सक्रिय एकमात्र अंतरराज्यीय डकैत गौरी उर्फ उदयभान यादव पुत्र स्वर्गीय बाबूलाल निवासी बिलहरी पर हाल ही में यूपी सरकार ने इनाम बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है, वहीं एमपी से भी वह 50 हजार का इनामी है। गैंगलीडर का खात्मा करने के लिए यूपी एसटीएफ ने कमर कस ली है। जंगल में सर्चिंग और मददगारों को घेरने के साथ ही अब आसमान से भी गिरोह की तलाश की जा रही है, जिसके लिए पुलिस मुख्यालय लखनऊ से उच्च क्षमता के दो ड्रोन एसटीएफ को उपलब्ध कराए गए हैं। इनके जरिए जंगल के मुश्किल इलाकों में भी निगरानी की जा सकती है। पुलिस का दावा है कि दुर्दान्त डकैत अब चन्द दिनों का ही मेहमान है। अगर उसने सरेंडर नहीं किया तो किसी भी समय मार गिराया जा सकता है।
 

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