छिंदवाड़ा समेत तीन सीटों से चुनाव लड़ेगी गोंगपा, भाजपा से गुफ्तगू

छिंदवाड़ा समेत तीन सीटों से चुनाव लड़ेगी गोंगपा, भाजपा से गुफ्तगू

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-11 07:58 GMT
छिंदवाड़ा समेत तीन सीटों से चुनाव लड़ेगी गोंगपा, भाजपा से गुफ्तगू

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव में नफा-नुकसान के आंकलन के साथ ही राजनीतिक दल चार माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और भाजपा के अलावा आदिवासी बाहुल्य जिलों में प्रभाव रखने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। गोंगपा ने विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा जिले में 8.49 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। जबकि सात सीटें जीतने वाली कांग्रेस मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा से करीब 10 फीसदी ज्यादा वोट ले पाई थी। ऐसे में लोकसभा चुनाव में दोनों दलों की नजर साढ़े 8 फीसदी वोट लेने वाली गोंगपा पर टिकी हुई है। भाजपा ने तो गोंगपा से बातचीत भी शुरू कर दी है। जिस पर गोंगपा ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हुए सहयोग मांगा है।

गोंगपा के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी के मुताबिक भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने उनसे चर्चा की है। प्राइमरी स्तर की चर्चा में उन्होंने छिंदवाड़ा, मंडला और शहडोल सीट से गोंगपा प्रत्याशियों को समर्थन करने की बात कही है। श्री बट्टी के मुताबिक छिंदवाड़ा सीट पर लगातार कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा के उम्मीदवार यहां जीत नहीं पा रहे हैं। जबकि उनके साथ करीब दो लाख आदिवासी वोटरों का सहयोग है। ऐसे में भाजपा से उन्होंने संसाधनों से मदद करने की बात कही है। गठबंधन धर्म के तहत बदले में गोंगपा प्रदेश की बाकी सीटों पर भाजपा का समर्थन करेगी।

अमरकंटक में तय होगी रणनीति
पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी ने बताया कि 13 जनवरी को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की राष्ट्रीय बैठक होना है। इस बैठक में संगठन के साथ ही लोकसभा चुनाव की रणनीति पर विचार होना है। बैठक में ही तय होगा कि गोंगपा लोकसभा में अकेले लड़ेगी या फिर गठबंधन का रास्ता अपनाएगी। राष्ट्रीय बैठक में संगठन को लेकर भी चर्चाएं होनी है। 

मुद्दों पर भी होगी बात
गोंगपा अकेले सीटों को लेकर ही समझौता नहीं करेगी, बल्कि आदिवासियों के मुद्दों के आधार पर भी पार्टियों से चर्चा करेगी। श्री बट्टी के मुताबिक ट्राइबल के अधिकांश इश्यू सेंट्रल से जुड़े हुए हैं। केंद्र सरकार स्तर पर ही आदिवासियों से जुड़े विषयों पर निराकरण होना है। ऐसे में जो पार्टी मुद्दों पर बात करेगी, उससे ही गठबंधन पर चर्चा की जा सकती है।

विधानसभा चुनाव में 1 लाख से अधिक वोट
बीते विधानसभा चुनाव में कुल 12,50,879 वोट पड़े थे। जिसमें सातों सीटों पर गोंगपा ने 1,06,239 वोट हासिल किए। जो कुल मतदान का 8.49 प्रतिशत है। गोंगपा का सबसे अच्छा प्रदर्शन अमरवाड़ा और जुन्नारदेव में रहा। अमरवाड़ा में गोंगपा प्रत्याशी बट्टी ने 30 फीसदी वोट लिए। वहीं जुन्नारदेव में पार्टी प्रत्याशी झमकलाल सरेयाम ने 11.26 प्रतिशत वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव में खास प्रदर्शन नहीं
जिले में गोंगपा विधानसभा चुनावों में तो अपना प्रभावी प्रदर्शन दिखाते आ रही है, लेकिन लोकसभा चुनाव में अब तक खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला है। 2014 के लोकसभा चुनाव में गोंगपा प्रत्याशी को 25,628 वोटों से संतोष करना पड़ा था। 2009 के चुनाव में मनमोहन शाह बट्टी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे। उन्हें भी 27,414 वोट मिल पाए थे, जो कुल मतदान का 3.31 फीसदी थे।
 

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