इस सत्र से शुरू हो जाएगा मेडिकल कॉलेज, 1750 पद स्वीकृत

इस सत्र से शुरू हो जाएगा मेडिकल कॉलेज, 1750 पद स्वीकृत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-10 10:55 GMT
इस सत्र से शुरू हो जाएगा मेडिकल कॉलेज, 1750 पद स्वीकृत

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । मेडिकल कॉलेज के लिए 1750 पदों की स्वीकृति मंगलवार को मिल गई है । इन पदों में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ सहित अन्य पद शामिल हैं। वहीं जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में बने ऑपरेशन थिएटर को तोड़कर ट्रामा यूनिट के पास चार नई ओटी शीघ्र बनाई जाएगी।
उक्ताशय की जानकारी मेडिकल कॉलेज के डीन मोहम्मद तकी रजा ने देते हुए बताया कि जिले में बन रहे मेडिकल कॉलेज के सभी कार्य तीव्र गति से किए जा रहे हैं। बस शीघ्र ही नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम के निरीक्षण एवं स्वीकृति की देर है। मेडिकल कॉलेज के लिए सोमवार को उमरानाला में टे्रनिंग सेंटर बनाए जाने के लिए जगह देखी गई थी। वहीं मंगलवार को शिकारपुर में शासकीय जगह का अवलोकन किया गया है। मेडिकल कॉलेज के तहत हो रहे भवन निर्माण का पहला चरण फरवरी के प्रथम सप्ताह तक पूरा किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण का कार्य भी 15 अप्रैल के पूर्व करने की तिथि तय की गई है। डॉ. रजा ने बताया कि वह 26 जनवरी को छिंदवाड़ा में ही मौजूद रहकर सीएमएचओ कार्यालय एवं जिला चिकित्सालय में झंडा वंदन करेंगे।
100 सीटों से खुलेगा मेडिकल कॉलेज
 जिले में प्रारंभ हो रहे मेडिकल कॉलेज का पहला सत्र जुलाई 2018 से प्रारंभ होगा। । जिसके लिए  शासन द्वारा 100 सीटों निर्धारित की गई हैं। कॉलेज भवन निर्माण की गति तेजी से चल रही है मेडिकल  डीन मोहम्मद तकी रजा के अनुसार अब तक 60 फ़ीसदी  काम पूरा हो चुका है। शीघ्र ही नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम जिला अस्पताल का निरीक्षण करेगी। मेडिकल कॉलेज के तहत जिला अस्पताल का भी उन्नयन किया जा रहा है। 400 बिस्तरों के इस  अस्पताल को 600   बिस्तर  का कर दिया जाएगा।
 शिकारपुर एवं सिंगोड़ी में बनेगा ट्रेनिंग सेंटर
 मेडिकल कॉलेज के तहत सिंगोडी एवं शिकारपुर में ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए जमीन तलाशी जा रही है। इसके लिए विगत दिनों मेडिकल डीन  डॉ रजा ने शिकारपुर  एवं ग्राम सिंगोडी में जमीन का निरीक्षण किया।
 वापस मिली 3  एकड़ एस ए एस की जमीन
 टीबी सेंनेटोरियम में बंन रहै मेडिकल कॉलेज भवन के लिए 3एकङ  जमीन और वापस मिल गई है।  एस ए एफ के नाम पूर्व में कर दी गई जमीन को पाने फिर से कवायद हो रही थी। जिसे शासन ने पुणे मेडिकल कॉलेज को दे दिया है। अब इस भूमि पर डॉक्टर्स  के  रहने के लिए भवन बनाया जाएगा।

 

Similar News