‘सैराट’ की टीम मनसे में शामिल, नागराज मंजुले बोले- राज ठाकरे महाराष्ट्र के बारे में सोचने वाले नेता

‘सैराट’ की टीम मनसे में शामिल, नागराज मंजुले बोले- राज ठाकरे महाराष्ट्र के बारे में सोचने वाले नेता

Tejinder Singh
Update: 2018-09-11 15:43 GMT
‘सैराट’ की टीम मनसे में शामिल, नागराज मंजुले बोले- राज ठाकरे महाराष्ट्र के बारे में सोचने वाले नेता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठी की बेहद सफल ‘सैराट" की टीम राज ठाकरे की पार्टी मनसे में शामिल हो गई है। फिल्म में आर्ची की भूमिका अदा कर चर्चित हुई अभिनेत्री रिंकू राजगुरु और परश्या के किरदार में नजर आए आकाश ठोसर के साथ ही फिल्म के निर्देशक नागराज मंजुले ने भी पार्टी का दामन थाम लिया है। पार्टी की फिल्म ईकाई मनसे चित्रपट सेना अध्यक्ष अमय खोपकर की मौजूदगी में तीनों ने मनसे की फिल्म प्रकोष्ठ की सदस्यता ली। इस मौके पर नागराज मंजुले ने कहा कि राज ठाकरे दूरदर्शी और महाराष्ट्र के बारे में सोचने वाले नेता हैं इसलिए वो उनके साथ आए हैं। गौरतलब है कि ‘सैराट" 100 करोड़ रुपये से अधिक का व्यवसाय करने वाली पहली मराठी फिल्म है। हाल ही में आई हिंदी फिल्म ‘धड़क’ मराठी फिल्म ‘सैराट’ की ही रिमेक है।

उधर शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में मराठा समाज के युवकों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की है। उद्धव ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मराठा युवाओं के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने का वचन दिया था। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से किसी भी पुलिस स्टेशन में आदेश नहीं दिए दए हैं। इसलिए मेरी मांग है कि मुख्यमंत्री जल्द से जल्द अपना वचन पूरा करें।मंगलवार को उद्धव ने मातोश्री में मराठा क्रांति मोर्चा के समन्वयकों से मुलाकात की। उद्धव ने कहा कि मराठा आरक्षण आंदोलन में के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया गया जिनका इससे कोई सरोकार नहीं था। कई जगहों पर अभी भी गिरफ्तारी जारी है। उद्धव ने कहा कि पुलिस उन्हें ही गिरफ्तार करे जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत है। 

मराठा आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाए सरकार

उद्धव ने कहा कि आरक्षण की मांग पर शिवसेना मराठा समाज के साथ खड़ी है। मराठा समाज के अलावा धनगर और महादेव-कोली समाज आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है। इसलिए सरकार को मराठा आरक्षण के मुद्दे पर विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। आरक्षण के प्रस्ताव को सभी पार्टियों को सदन में सर्वसहमति से मंजूरी देना चाहिए। इसके बाद इस प्रस्ताव को संसद में मंजूरी के लिए भेजा जाए। उद्धव ने कहा कि कोपर्डी घटना के आरोपियों को फांसी दिलाने के लिए सरकार को उचित फैसला करना चाहिए। 

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