सामाजिक कार्यों को लोगों तक पहुंचाने प्रदर्शनी लगाएंगे हिंदुवादी संगठन, 100 संस्थाएं लेंगी हिस्सा 

सामाजिक कार्यों को लोगों तक पहुंचाने प्रदर्शनी लगाएंगे हिंदुवादी संगठन, 100 संस्थाएं लेंगी हिस्सा 

Tejinder Singh
Update: 2019-01-08 15:35 GMT
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपने सामाजिक कार्यों को लोगों तक पहुंचाने के लिए हिंदूवादी संगठन मुंबई में एक आध्यात्मिक एवं सेवा प्रदर्शनी लगाएंगी। बोरिवली के कोराकेंद्र में आयोजित इस प्रदर्शनी में 100 संस्थाएं अपना स्टॉल लगाकर लोगों को संस्था द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी देंगे। इस दौरान विभिन्न आध्यात्मिक, सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शुक्रवार से रविवार के बीच चलने वाले इस हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला की अध्यक्षा डॉ. अलका मांडके ने बताया कि अमेरिका और यूरोप में धनवान लोग और बहुराष्ट्रीय कंपनियां बड़े पैमाने पर दान करतीं हैं। इसे फिलैन्थ्रोपि कहा जाता है और इसका खूब प्रचार प्रसार किया जाता है। यही नहीं भारतीयों के बारे में अक्सर कहा जाता है कि वे देना नहीं सिर्फ लेना जानते हैं, लेकिन यह सच्चाई नहीं है।

एक सर्वेक्षण में पता चला है कि 41 फीसदी भारतीय अपने जीवन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से दान करते हैं। इसके अलावा हिंदुओं की संस्थाएं भी शिक्षा, स्वास्थ्य, गौरक्षा, वृक्षपूजा जैसे कार्यों के जरिए अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करतीं हैं। हम चाहते हैं कि आम लोगों खासकर युवावर्ग को भी इससे जुड़ी जानकारी मिले, जिससे उनमें किसी तरह की हीन भावना न आए। डॉ. मांडके ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, इस्कान, जीवन विद्या मिशन जैसी कई अखिल भारतीय संस्थाएं मेले में स्टाल लगाकर अपने सामाजिक कार्यों की जानकारी देंगी। इसके अलावा हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख समाज के पूज्यनीय संत भी इस दौरान लोगों का मार्गदर्शन करेंगे। 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुशील जाजू ने बताया कि आयोजन हिंदू स्पिरिचुअल एंड सर्विस फाउंडेशन नाम की संस्था की अगुआई में किया जा रहा है। देशभर में अब तक ऐसे 27 आयोजन किए जा चुके हैं, जिनमें लाखों लोग शामिल हो चुके हैं। इसमें 2475 सस्थाएं  हिस्सा ले चुकीं हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के दौरान शहीदों के परिजनों और सामाजिक काम में जुटे लोगों का सम्मान, विभिन्न नाटकों का मंचन के साथ ही युवाओं को यह बताया जाएगा कि कैसे हिंदू धर्म पर्यावरण, वन्यजीवों, महिलाओं का सम्मान और पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने का काम करता है।  
 

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