लापरवाही के लिए इस अस्पताल और डॉक्टर को देना होगा पांच लाख का मुआवजा
लापरवाही के लिए इस अस्पताल और डॉक्टर को देना होगा पांच लाख का मुआवजा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दक्षिण मुंबई के उपभोक्ता फोरम ने चिकित्सकीय लापरवाही से जुड़े मामले में अस्पताल व वहां के डाक्टर को एक महिला को पांच लाख रुपए मुआवजा देने का निर्देश दिया है। दरअसल मीना दिवाकर साल 2007 में दक्षिण मुंबई स्थित बांबे अस्पताल में गर्भाशय से जुड़ी सर्जरी कराई थी। सर्जरी के कुछ समय बाद उन्हें खुजली,आखों में पीलापन,और बुखार से जुड़ी परेशानी होने लगी। जांच में पता चला कि उन्हें हेपेटाइटिस सी की तकलीफ है। मीना के अनुसार यह तकलीफ उन्हें अस्पताल की लापरवाही के कारण हई है। लिहाजा उन्होंने उपभोक्ता फोरम में शिकायत की।
सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता के वकील ने कहा कि यदि मेेरे मुवक्किल को कोई सक्रमण था तो इसे दूर करना अस्पताल की जिम्मेदारी थी। लेकिन इलाज के नाम पर मोटी रकम लेने के बावजूद अस्पताल व डाक्टरों ने लापरवाही बरती है। अस्पताल की लापरवाही की वजह से मेरे मुवक्किल हेपाटाइटिस सी के खतरनाक विषाणु के संपर्क में आयी है। वहीं अस्पताल के वकील ने कहा कि महिला को सर्जरी के दो महीने बाद दूसरी तकलीफ शुरु हुई है। इसके लिए अस्पताल को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। क्योंकि सर्जरी के बाद महिला को कोई परेशानी नहीं हुई थी। इसलिए सर्जरी की वजह से महिला को तकलीफ नहीं हुई है।
मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद फोरम ने अस्पताल व डाक्टर को चिकित्सकीय लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया। और महिला को पांच लाख रुपए मुआवजा देने का निर्देश दिया। फोरम के अनुसार नई बीमारी के चलते महिला को न सिर्फ शारीरिक तकलीफ बढी है बल्कि उसके उपर दवाओं के खर्च का वित्तीय बोझ भी बढा है। मुआवजे के अलावा फोरम ने महिला को दस हजार रुपए मुकदमे के खर्च के रुप में भी देने का निर्देश दिया है।