बच्चों के पिकनिक पर महंगाई की मार, डीजल मंहगा होने से बढ़ेगा स्कूल बस का किराया

बच्चों के पिकनिक पर महंगाई की मार, डीजल मंहगा होने से बढ़ेगा स्कूल बस का किराया

Tejinder Singh
Update: 2018-09-19 15:25 GMT
बच्चों के पिकनिक पर महंगाई की मार, डीजल मंहगा होने से बढ़ेगा स्कूल बस का किराया

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पेट्रोल डीजल की रोजाना रिकॉर्ड बनाती कीमतों की मार स्कूल पिकनिक भी पर पड़ेगी। 21 सितंबर से विद्यार्थियों को पिकनिक भेजना मंहगा हो जाएगा। एजुकेशन टूर ऑपरेटर्स ने प्रति छात्र 100 रुपए अतिरिक्त वसूलने का फैसला किया है। इसके अलावा स्कूल बसों की फीस भी जल्द ही बढ़ाई जा सकती है। 

एजुकेशन टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने बताया कि लगातार मंहगे होते पेट्रोल-डीजल के चलते हमें फीस बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ा है। गर्ग के मुताबिक पहले जहां बसें सात-आठ हजार रुपए में बुक की जाती थी अब उसका खर्च 10 हजार रुपए से ज्यादा हो गया है। जाहिर है बढ़ा हुआ खर्च विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को ही उठाना होगा। गर्ग ने कहा कि सिर्फ तेल की कीमतें ही नहीं रखरखाव का खर्च, टोल-टैक्स भी बढ़ रहे हैं। इसके चलते फीस बढ़ाने के अलावा हमारे पास कोई अन्य उपाय नहीं है। 

बता दें कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रम ऐसे हैं कि विद्यार्थियों को साल में कई बार, कैंपिंग, स्टडी टूर और भौगोलिक अध्ययन के लिए ले जाया जाता है। साल भर में ऐसे कई टूर होते हैं इसके चलते अभिभावकों की जेब ढीली होनी तय हैं। गर्ग कहते हैं कि हम इस बात को समझतें हैं कि अभिभावकों पर पहले से ही मंहगाई की मार पड़ रही है लेकिन बढ़े हुए खर्च का भार भी उन्हीं को उठाना पड़ेगा।

सरकार के रुख की आलोचना करते हुए गर्ग ने कहा कि लगता है कि सरकार ने लोगों की समस्याओं से आंख मूंद ली है। बता दें कि अगस्त महीने में ही स्कूल बसों की फीस भी 75 रुपए प्रति छात्र बढ़ाई गई थी। अगर तेल की कीमतें इसी तरह बढ़तीं रहीं तो बस मालिक एक बार फिर फीस बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। 

Similar News