गर्मी से मासूम व वृद्ध की मौत, नारकीय जीवन जी रहे हैं तिलहरी में विस्थापित

गर्मी से मासूम व वृद्ध की मौत, नारकीय जीवन जी रहे हैं तिलहरी में विस्थापित

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-06 12:33 GMT
गर्मी से मासूम व वृद्ध की मौत, नारकीय जीवन जी रहे हैं तिलहरी में विस्थापित

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। तिलहरी में रह रहे मदन महल पहाड़ी के विस्थापितों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। नाम मात्र की छाया देने वाले त्रिपाल टीन की छत पर आदि के नीचे सर छुपा कर जीवन जीने वाले लोगों के ऊपर गर्मी का हर बनकर टूट पड़ी है और इसी गर्मी के कारण आज यहां एक 6 माह के बच्चे एवं 50 वर्षीय वृद्ध की असमय मृत्यु हो गई।

विस्थापितों का आरोप है कि उन्हें विस्थापन से पूर्व जो आश्वासन दिए गए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया। तिलहरी में जो उनको जगह दी गई है, वहां नाली एवं पानी इत्यादि की कोई व्यवस्था ना होने के कारण चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। हालत यह है कि दमघोंटू गंदगी और दिन में चलने वाली गर्म हवाओं के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। रात जैसे तैसे कट जाती है किंतु जैसे ही सूरज ऊपर चढ़ता है लोगों का जीना दुश्वार होता जा रहा है।

पहले भी हो चुकीं हैं दो मौतें 
यहां इसके पूर्व भी दो महिलाओं की अकाल मौत हो चुकी है। तब यहां के लोगों ने कलेक्ट्रेट में जाकर प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें कलेक्टर द्वारा आश्वासन दिया गया था कि उनके कैंप में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी किंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। अब यहां दर्जनों बीमार पड़े हैं और आए दिन हो रही इस इन मौतों के कारण लोगों में दहशत का आलम है।

धनराज की मौत 
श्रवण केवट का 6 माह का बेटा अपनी मां के साथ यहां ननिहाल आया हुआ था, किंतु यहां की जानलेवा गर्मी उसे बर्दाश्त नहीं हो पाई  और आज सुबह उसकी सांसों की डोर टूट गई। इसी तरह शोभाराम चौधरी पिछले दिनों तेज गर्मी की चपेट में आने से बुरी तरह बीमार पड़े जिन्हें उपचार के लिए मेडिकल में भर्ती कराया गया किंतु आज सुबह उनकी भी मृत्यु हो गई। आज हुई इस दोहरी मौत के कारण लोगों में आक्रोश छा गया और वह जिला प्रशासन के प्रति काफी आक्रोशित नजर आए। गौरतलब है कि मदन महल पहाड़ी पर बने हुए मकानों को तोड़ कर वहां रहने वाले लोगों को यहां गौर के पास तिलहरी में स्थान दिया गया है। प्रशासन के अनुसार इस जमीन पर सभी विस्थापितों को प्लाट कर दिए गए हैं जिन्हें मकान बनवाने की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी। कगजी खानापूर्ति की जा रही है और धीरे-धीरे काम आगे बढ़ रहा है।
 

Tags:    

Similar News