भाजपा नेता खडसे का फिर छलका दर्द, दावा करते बोले- पिछले चुनाव में कांग्रेस ने दिया था टिकट का ऑफर

भाजपा नेता खडसे का फिर छलका दर्द, दावा करते बोले- पिछले चुनाव में कांग्रेस ने दिया था टिकट का ऑफर

Tejinder Singh
Update: 2020-05-12 12:51 GMT
भाजपा नेता खडसे का फिर छलका दर्द, दावा करते बोले- पिछले चुनाव में कांग्रेस ने दिया था टिकट का ऑफर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने दावा किया है कि उन्हें विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस ने टिकट देने का ऑफर दिया था। मंगलवार को खडसे ने कहा कि मुझे कांग्रेस से विधान परिषद की उम्मीदवारी के लिए ऑफर मिला था। लेकिन मैं कांग्रेस के टिकट पर लड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ। खडसे ने कहा कि मेरी भाजपा के 6 से 7 विधायकों से चर्चा हुई थी। उन्होंने मुझे स्पष्ट कहा था कि अगर आप कांग्रेस से विधान परिषद चुनाव लड़ते हैं तो हम लोग आपको कॉस वोंटिग करेंगे। 

विधान परिषद चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज खडसे ने विधान सभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बैगर जमकर हमला बोला। खडसे ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र को मालूम है कि मेरे साथ छल किसने किया है। इसलिए किसी का नाम लेने की जरूरत नहीं है। खडसे ने कहा कि मैंने आज ही देवेंद्र फडणवीस को फोन किया था लेकिन वह फोन पर नहीं आ सके। मैं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील को फोन करके पूछने वाला हूं कि मुझे, पंकजा मुंडे, विनोद तावडे और चंद्रशेखर बावनकुले को टिकट नहीं देने का कारण क्या है। खडसे ने कहा कि इस मुद्दे पर आगामी समय में मैं पार्टी नेतृत्व से भी मुलाकात करूंगा।

खडसे ने कहा कि भाजपा की राज्य संसदीय बोर्ड में मेरे, पंकजा मुंडे, विनोद तावडे समेत 16-17 इच्छुक नेताओं के नाम पर चर्चा हुई थी। इसके बाद भाजपा के केंद्रीय पार्लामेंटरी बोर्ड से मेरे, पंकजा मुंडे और चंद्रशेखर बावनकुले के नाम की सिफारिश की गई थी। भाजपा ने विधान परिषद के जिन चार उम्मीदवारों को टिकट दिया है उनके नाम की चर्चा भी नहीं हुई थी। भाजपा के चारों उम्मीदवारों के हलफनामा देखने पर पता चलेगा कि पर्चा दाखिल करने के लिए लगने वाली एनओसी 12 से 20 मार्च के बीच ले  गई थी। इसका मतलब यह है कि इन्हें मार्च महीने में पता चल गया था कि इन्हें टिकट दिया जाएगा। ऐसे में राज्य पार्लामेंटरी बोर्ड में इच्छुक उम्मीदवारों के नाम को दिल्ली में भेजने के लिए नाटक करने की जरूरत नहीं थी। उसी समय हमें बता दिया गया होता। 

खडसे ने कहा कि भाजपा में पार्टी के प्रवक्ता माधव भंडारी, गणेश हाके, नीता केलकर, रघुनाथ कुलकर्णी जैसे कई नेता विधान परिषद में जाने की आशा लेकर सालों से काम कर रहे हैं। ऐसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अगर विधान परिषद का टिकट दिया गया होता तो मुझे कोई दुख नहीं होता। लेकिन भाजपा के उम्मीदवार गोपीचद पडलकर ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को गाली दी थी। लोकसभा चुनाव में उन्होंने मोदी बैक का नारा लगाया था। ऐसे लोगों को भाजपा ने टिकट दिया है। भाजपा का भविष्य क्या होगा यह तो अब भगवान ही जानें। खडसे ने कहा कि विधान परिषद में पिछले पांच सालों में ऐसे लोगों को टिकट दिया गया जिन्हें कोई पहचानता नहीं है। खडसे ने कहा कि विधानसभा में केवल एक-दो विधायक विपक्ष की ओर से बोलते हैं। ऐसी स्थिति में विपक्ष को मजबूत करना समय की जरूरत है। भाजपा को आगामी समय में काफी मेहनत करनी पड़ेगी नहीं तो 105 विधायकों से घटकर 50 विधायक होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। 

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