खनन माफिया के कारण लिलजी बांध पर संकट के बादल, जिपं में सदस्यों का हंगामा

खनन माफिया के कारण लिलजी बांध पर संकट के बादल, जिपं में सदस्यों का हंगामा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-22 08:26 GMT
खनन माफिया के कारण लिलजी बांध पर संकट के बादल, जिपं में सदस्यों का हंगामा

डिजिटल डेस्क, सतना। जिला पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति की बैठक में सभासदों ने ऐतिहासिक लिलजी बांध पर खनिज विभाग द्वारा खनन के लिए लीज जारी किए जाने की कार्यवाही के खिलाफ मंगलवार को जमकर हंगामा किया गया। सत्येन्द्र सिंह सहित कुछ अन्य सदस्यों का कहना था कि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री पिछले कई पुश्तों से काबिज लिलजी बांध की आराजियों पर खेती कर रहे किसानों को पट्टे दिए जाने का आश्वासन दे रहे हैं। दूसरी ओर खनिज विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभाग की मेहरबानियों के कारण कई खनिज माफिया अवैध उत्खनन करवाकर लिलजी बांध को खाए जा रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सिंह, शांतिभूषण पांडेय एवं उमेश प्रताप सिंह ने भी लिलजी बांध की कृषि योग्य आराजियों पर खनन करवाने के लिए लीज जारी किए जाने की कार्यवाही का पुरजोर विरोध किया। सदस्यों के जबरदस्त विरोध का संज्ञान लेते हुए सभापति सुधा सिंह के निर्देश पर लिलजी बांध में किसी को भी खनिज की लीज जारी किए जाने के प्रशासनिक कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। जिसे आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने के लिए शासन को भेजे जाने का निर्णय लिया गया है।

बैठक में जिला पंचायत के सीईओ साकेत मालवीय के अलावा जिला पंचायत की उपाध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह, सामान्य प्रशासन समिति की सदस्य प्रभा बागरी एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे। सम्बंधित सदस्यों द्वारा बताया गया कि लगभग 10 बड़े माफियाओं को अभी तक उत्खनन किए जाने के लिए लीज स्वीकृत की जा चुकी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि स्वीकृत लीजों को निरस्त किया जाकर पात्र किसानों को लिलजी बांध की भूमियों के पट्टे दिए जाने की कार्यवाही शीघ्रातिशीघ्र न की गई तो क्षेत्र में बड़ा अनांदोलन किया जाएगा। बता दें कि जिले की अमरपाटन तहसील अंतर्गत लिलजी बांध स्थित है। लगभग 3200 एकड़ आराजी वाले उक्त बांध में लगभग 1800 कृषक विगत कई वर्षों से खेती कर रहे हैं।

 

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