मराठा आरक्षण : हिंसा में शिवसेना नेता भी शामिल, 43 गिरफ्तार
मराठा आरक्षण : हिंसा में शिवसेना नेता भी शामिल, 43 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बंद के दौरान ठाणे में हुई हिंसा में शिवसेना नेता भी शामिल थे। जांच में खुलासा हुआ है कि ठाणे में नितिन कंपनी के पास जो पत्थरबाजी और सरकारी संपत्तियों की तोड़फोड़ हुई थी, उसमें शिवसेना का पूर्व नगरसेवक और शाखा प्रमुख भी शामिल था। मामले में शिवसेना के पूर्व नगरसेवक समेत 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ठाणे शहर में पुलिस ने करीब 450 आरोपियों के खिलाफ हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
गिरफ्तार आरोपी पूर्व नगर सेवक का नाम शरद कणसे है। फिलहाल शरद की पत्नी शिवसेना की नगरसेविका है। नौपाडा और वागले इस्टेट पुलिस ने कणसे और शिवसेना शाखा प्रमुख अशोक कदम के साथ 38 लोगों के खिलाफ हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज की है। कोर्ट में पेशी के बाद कणसे को पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अलावा भी आरोपियों की पहचान और धरपकड़ का सिलसिला जारी है।
ठाणे पुलिस की प्रवक्ता इंस्पेक्टर सुखदा नारकर ने बताया कि अब तक 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा नौपाडा पुलिस ने भी कुछ और लोगों को हिरासत में लिया है। हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित नई मुंबई के कोपरखैरणे और दूसरे इलाकों से करीब 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पकड़े गए कई लोग दूसरे राज्यों के हैं इसलिए पुलिस को शक है कि हिंसा साजिश के तहत राजनीतिक कारणों के चलते हुई है। आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी, वीडियो क्लिप और तस्वीरों का सहारा लिया जा रहा है। वहीं शुक्रवार को भी नई मुंबई के कई इलाकों में एहतियातन इंटरनेट सेवाएं ठप रखी गईं।
हिंसा में घायल युवक की मौत
बंद के दौरान हो गुटों में हुई झड़प में घायल रोहन तोडकर (19) नाम के युवक की मौत हो गई। तोडकर ने गुरूवार रात जेजे अस्पताल में दम तोड़ा जहां उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया थ। तोडकर फिलहाल नई मुंबई के कैपरखैरणे इलाके में रह रहा था और मथाडी कामगार के तौर पर काम करता था। वह मूल रूप से सातारा जिले की पाटण तालुका में स्थित चापलखोनोली का रहने वाला था। तोडकर का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके पैतृक गांव भेज दिया गया है। मामले में कोपरखैरणे पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।