इस तरह पत्थरों को चीरकर पहाड़ों को खत्म कर रहे माफिया
इस तरह पत्थरों को चीरकर पहाड़ों को खत्म कर रहे माफिया
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। रिंग रोड में सक्रिय खनिज माफिया मुरम के साथ-साथ पत्थरों का बेतहाशा अवैध उत्खनन कर रहे हैं। दिनदहाड़े ही मजदूर लगाकर यहां पर अवैध खनन किया जाता है। न इन्हें प्रशासन का डर है और न अधिकारियों की कार्रवाई का खौफ। शासन को रोजाना लाखों का चूना लगाकर यहां अवैध उत्खनन का गोरखधंधा चल रहा है।
रिंग रोड का क्षेत्र खनिज माफियाओं के लिए अवैध उत्खनन का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है। आसपास की पहाड़ियों में मुरम के अवैध उत्खनन के साथ-साथ यहां से निकलने वाली पत्थरों की अवैध खुदाई हो रही है। यहां माफियाओं के हौंसले इस कदर बुलंद है कि दिनदहाड़े ही दो दर्जन से ज्यादा मजदूर लगाकर यहां पत्थरों को निकाला जाता है। फिर ट्रैक्टरों से इन पत्थरों का परिवहन होता है। ये सब रात के अंधेरे में नहीं, बल्कि दिन के उजाले में होता है, लेकिन उसके बाद भी न तो खनिज और न ही राजस्व अधिकारी यहां कार्रवाई कर रहे हैं।
क्रेशरों में सप्लाई हो रहे पत्थर
यहां खुदाई कर रहे मजदूरों से जब हमने पूछा तो उनका स्पष्ट कहना था कि यहां से निकलने वाले पत्थर को आसपास के क्रेशरों में बेचा जाता है। कुछ क्रेशर संचालक भी यहां सक्रिय हैं जो खुद मजदूर लगाकर अवैध उत्खनन करवाते हैं। बड़ी-बड़ी पहाड़ियों से निकलने वाले पत्थर बोल्डर को बेच दिया जाता है।
रोजाना 20 से ज्यादा ट्रैक्टरों से अवैध परिवहन
स्थानीय लोगों की मानें तो रोजाना 20 से ज्यादा ट्रैक्टरों में भरकर ये पत्थर आसपास के क्षेत्रों में पहुंचाए जाते हैं। रोजाना लाखों का अवैध कारोबार यहां होता है, जिसमें रिंग रोड के आसपास स्थित बसे गांव के दबंग लोग शामिल हैं। पूरा कारोबार दिन के उजाले में ही होता है। जिला खनिज अधिकारी आशालता वैध का कहना है कि इसके पहले कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टरों को अवैध उत्खनन और परिवहन करते हुए पकड़ा था। यदि यहां फिर से अवैध खनन जारी है तो सख्त कार्रवाई करेंगे।