हत्या के मामले में 30 साल से जिसे तलाश रही पुलिस थी, उसकी 7 साल पहले हो चुकी मौत

हत्या के मामले में 30 साल से जिसे तलाश रही पुलिस थी, उसकी 7 साल पहले हो चुकी मौत

Tejinder Singh
Update: 2019-10-17 13:17 GMT
हत्या के मामले में 30 साल से जिसे तलाश रही पुलिस थी, उसकी 7 साल पहले हो चुकी मौत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कल्याण इलाके में 1992 में एक सब इंस्पेक्टर की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस आरोपी के दिल्ली स्थित ठिकाने तक तो पहुंची लेकिन पता चला कि आरोपी की सात साल पहले ही क्षयरोग (टीबी) की बीमारी से मौत हो चुकी है। आरोपी डकैती के भी कई मामलों में वांछित था और पुलिस उसे 30 सालों से तलाश कर रही थी। ठाणे पुलिस की अपराध शाखा लंबे समय से अनसुलझे मामलों की छानबीन कर रही थी। इसी दौरान उसे पता चला कि कल्याण के महात्मा फुले चौक पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस उप निरीक्षक महेंद्र सिंह पाटील की 23 जुलाई 1992 को हत्या कर दी गई थी। पाटील को इकबाल उर्फ नन्हें खान नाम के आरोपी ने चाकू मारा था। इसके बाद पुलिस ने खान के बारे में जानकारी इकठ्ठा की तो पता चला कि वह मूल रूप से दिल्ली के ओखला इलाके में स्थित जसोला गांव का रहने वाला है।

 

1992 में पुलिस अधिकारी की हत्या कर हुआ था फरार 

अपराध शाखा यूनिट एक की एक टीम खान के गांव पहुंची लेकिन वहां पता चला कि खान की सात साल पहले ही 42 साल की उम्र में बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। सीनियर इंस्पेक्टर नितिन ठाकरे के मुताबिक आरोपी के खिलाफ कल्याण और आसपास के इलाकों में कई आपराधिक मामले दर्ज थे और पुलिस उसे लंबे समय से तलाश कर रही थी। लेकिन जब पुलिस की टीम उसके गांव तक पहुंची तो गांव और परिवार वालों ने बताया कि बीमारी के चलते उसकी मौत हो चुकी है। 
 

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