एयरपोर्ट पर भड़के कर्मचारी, आधी रात में की हड़ताल

एयरपोर्ट पर भड़के कर्मचारी, आधी रात में की हड़ताल

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-29 13:16 GMT
एयरपोर्ट पर भड़के कर्मचारी, आधी रात में की हड़ताल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी के डाॅ. बाबासाहब अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर काम करने वाले ग्राउंड हेंडलिंग स्टॉफ (जीएचएस), अचानक हड़ताल पर चले गए। यह कर्मचारी इंडिगो के लिए काम करते हैं।

नियमानुसार वेतन न बढ़ाने के आरोपों के अलावा अवकाश लेने पर नौकरी से निकाले जाने सहित कई सारी समस्याओं को लेकर सुबह से ही ये कर्मचारी एयरपोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए। मामला थाने पहुंचा, जिसके बाद दोपहर में केन्द्र सरकार के श्रम विभाग के सहायक अायुक्त की मध्यस्थता पर ही कर्मचारी दोपहर बाद काम पर लौटे। इस कारण पुणे, बंगलुरु, दिल्ली व मुंबई के विमानों की उड़ानें प्रभावित हुई।  

लगाए आरोप 

जीएचएस मैन पॉवर उपलब्ध करवाने वाली कंपनी टॉरस और जॉनस एविएशन के कर्मचारी, अपने-अपने प्रबंधन के खिलाफ हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि 10 साल से उनका वेतन 2500 से बढ़कर सिर्फ 7500 पर पहुंचा है। किसी भी कारण से अवकाश पर जाने की स्थिति में बिना सूचना दिए नौकरी से निकाल दिया जाता है। पूछने पर जवाब तक नहीं मिलता। ज्वानिंग लेटर, पेमेंट स्लिप, पीएफ और ईएसआईसी के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी जाती है। दोनों कंपनियों के करीब 110 कर्मचारी इंडिगो के लिए जीएचएस का काम करते हैं।

परिजन पहुंचे धरने में शामिल होने

कर्मचारी रात से लेकर सुबह तक अपने अन्य सहयोगियों को काम पर न जाने के लिए कहते रहे और सुबह के बाद एयरपोर्ट पर धरना चालू हो गया। धरने की अनुमति न होने के कारण उन्हें थाने भेज दिया गया। शिकायत दर्ज होने के बाद फिर से वे विमानतल पर डॉ.बाबासाहब आंबेडकर की मूर्ति के पीछे धरना पर बैठ गए। दोपहर में धरने में शामिल होने उनके परिजन भी पहुंचे। केन्द्र सरकार के श्रम सहायक आयुक्त एस.जे.शेलार ने कर्मचारियों की लिखित शिकायत ली। लिखित शिकायत में कहा गया है कि उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए और नौकरी से न निकाला जाए। इस पर टॉरस के मैनेजर कृष्णा और जॉनस के प्रोजेक्ट मैनेजर धीरज माहतो ने लिखित में दिया कि वह कर्मचारियों की समस्यों को सुलझाएंगे। इस दौरान युवा स्वाभिमान पार्टी के नासीर खान, ओमेश ठाकरे, देवीलाल, सुनील उईके सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी और उनके परिवार के लोग उपस्थित थे।

सैलरी स्लिप में हेराफेरी

कर्मचारी सुनील उईके ने बताया कि वह यहां गत दिसंबर से काम कर रहे हैं, लेकिन उसके तीन माह पहले यानि सितंबर की सैलरी स्लिप दी गई। जबकि उस समय मैं एयरपोर्ट पर काम नहीं कर रहा था। यह सब सुपरवाइजर की मिलीभगत से हो रहा है।

 

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