पुनर्वास पर अड़े लोग, मॉडल मिल चाल से बैरंग लौटा तोडूदस्ता

पुनर्वास पर अड़े लोग, मॉडल मिल चाल से बैरंग लौटा तोडूदस्ता

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-10 06:28 GMT
पुनर्वास पर अड़े लोग, मॉडल मिल चाल से बैरंग लौटा तोडूदस्ता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जर्जर मॉडल मिल चाल में वर्षों से पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे निवासियों को खाली कराने मनपा का तोडूदस्ता  पूर्व सूचना दिए बिना पहुंच गया। तोडूदस्ता वहां पहुंचा, नागरिकों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। परिस्थिति तनावपूर्ण थी और गणेशपेठ पुलिस से भी पर्याप्त पुलिस बंदोबस्त भी नहीं मिल पाया था। जिस कारण तोड़ूदस्ते ने पीछे हटना ही ठीक समझा। जिसके बाद तोडूदस्ता वापस लौट गया। हालांकि अगले दो-तीन दिन में फिर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। वहीं लोगों ने पहले पुनर्वास करने की मांग की है। 

नगररचना विभाग में प्लान खारिज 

एक समय शहर की शान कही जाने वाली मॉडल मिल चाल आज जर्जर हो चुकी है। किसी भी समय इसके गिरने का भय है। बावजूद इसके स्थानीय निवासी अपनी जान जोखिम में डालकर वहां रह रहे हैं। वर्षों पहले इन चाल वासियों को चाल खाली करने का मनपा ने नोटिस जारी किया था, किन्तु चाल खाली कराने से पहले उच्च न्यायालय ने इनके पुनर्वसन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। जानकारी के मुताबिक, उसी जगह उन्हें मकान बनाकर देना है। नेशनल टेक्सटाइल्स कार्पोरेशन (एनटीसी) को यह जिम्मेदारी दी गई, लेकिन वर्षों बाद भी न सरकार और न एनटीसी इसे लेकर गंभीर दिख रही है। जानकारी यह भी है कि एनटीसी द्वारा मॉडल मिल चाल की जगह प्रस्तावित स्कीम के लिए नगररचना विभाग में जमा किया प्लान भी खारिज हो गया है। चाल में करीब 250 लोग रहते हैं। 177 लोगों को मनपा ने काफी पहले नोटिस दे रखा है। इसी नोटिस पर अमल करते हुए  मनपा का तोड़ूदस्ता चाल तोड़ने के लिए पहुंचा था, लेकिन नागरिकों के भारी विरोध और पर्याप्त पुलिस बंदोबस्त नहीं होने के कारण तोड़ूदस्ते को अपनी कार्रवाई रोकनी पड़ी। 

तुरंत हो पुनर्वास

वर्ष 1994 में उच्च न्यायालय में मॉडल मिल चालवासियों का उसी जगह पुनर्वास करने का आदेश दिया है। बावजूद न सरकार और न एनटीसी इसे लेकर गंभीर है। मनपा हर बारिश में तोड़ूदस्ता लेकर चाल खाली कराने पहुंच जाती है। चाल खाली कराने से पहले स्थानीय लोगों का वैकल्पिक पुनर्वसन किया जाए। उसके बाद ही कार्रवाई की जाए। 

-राजेश खरे, अध्यक्ष, मॉडल मिल चाल पुनर्वसन कृति समिति
 

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