अब कोरोना की दवा के नाम पर शुरु हुई साइबर ठगी, दो नाईजीरियन गिरफ्तार 

Crime अब कोरोना की दवा के नाम पर शुरु हुई साइबर ठगी, दो नाईजीरियन गिरफ्तार 

Tejinder Singh
Update: 2021-11-23 16:30 GMT
अब कोरोना की दवा के नाम पर शुरु हुई साइबर ठगी, दो नाईजीरियन गिरफ्तार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तैयार किए जाने वाले टीके के लिए कच्चा माल खरीदने के नाम पर साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग को करीब 13 लाख रुपए का चूना लगा दिया। मामले में साइबर पुलिस ने एक नाइजीरियन समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को 60 फीसदी कमीशन देने का वादा किया था लेकिन पैसे देने के बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता से संपर्क तोड़ लिया तो उसे ठगी का एहसास हुआ और मामले की शिकायत पुलिस से की। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम पैट्रिक चुकुलुबे और मुजम्मिल पावसकर है। मध्य विभाग साइबर पुलिस ने सीनियर इंस्पेक्टर संजय गोविलकर की अगुआई में तकनीकी सबूतों के आधार पर आरोपियों को नई मुंबई के पनवेल और खारघर इलाकों से गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से 9 मोबाइल फोन, दो सिमकार्ड और एक फर्जी नाम पर बना पासपोर्ट बरामद किया गया है। 

ऐसे फंसाया जाल में

आरोपियों ने शिकायतकर्ता को ईमेल और मोबाइल पर संदेश भेजकर दावा किया कि वे आईकोनिक फार्मास्यूटिकल एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के प्रतिनिधी हैं और कंपनी कोविड 19 के टीके बनाती है। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को बताया कि टीके बनाने के लिए फायजोन डाइजेस्ट नाम का कच्चा माल लगता है। इसे भारत से खरीदने के लिए उन्हें एजेंट की जरूरत है। आरोपियों ने कहा कि वे शिकायतकर्ता को उस व्यक्ति से मिला देंगे जो कच्चा माल देगा। यही माल कंपनी को सप्लाई कर वे 60 फीसदी कमीशन पा सकते हैं। भरोसा जीतने के लिए आरोपियों ने उन्हें कच्चा माल भी भेज दिया। आरोपियों पर भरोसा कर शिकायतकर्ता ने माल खरीदने के नाम पर उनके बताए गए खाते में 12 लाख 84 हजार रूपए ट्रांसफर कर दिया लेकिन बाद में उन्होंने संपर्क तोड़ लिया।
 

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