बजट अधिवेशन के बाद देना चाहिए था पटोले को इस्तीफा- अजित पवार

बजट अधिवेशन के बाद देना चाहिए था पटोले को इस्तीफा- अजित पवार

Tejinder Singh
Update: 2021-02-05 15:04 GMT
बजट अधिवेशन के बाद देना चाहिए था पटोले को इस्तीफा- अजित पवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद से नाना पटोले के इस्तीफे से महाविकास आघाड़ी में नाराजगी नहीं है। शुक्रवार को पुणे में  उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पटोले के इस्तीफे से मेरे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाराजगी का कोई कारण नहीं है। लेकिन मुझे और मुख्यमंत्री को लग रहा था कि पटोले ने यदि विधानमंडल का बजट अधिवेशन के बाद इस्तीफा दिया होता तो ज्यादा अच्छा रहता। लेकिन पटोले के इस्तीफे का फैसला कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने लिया। 

इसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भी मुख्यमंत्री और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को फोन किया था। पटोले के इस्तीफे से पहले प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्रियों ने मुझसे और मुख्यमंत्री से चर्चा की थी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद रिक्त हो गया है। महाविकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस को जो पद दिए गए हैं उस पद पर किसको नियुक्त करना है इसका पूरा अधिकार कांग्रेस के पास है। नए विधानसभा अध्यक्ष को लेकर महाविकास आघाड़ी के तीनों घटक दलों में चर्चा होगी। इसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।

इस दौरान अजित ने कहा कि उपमुख्यमंत्री को लेकर मैंने स्पष्ट किया है कि कोई नया फार्मूला नहीं है। अब मैं स्टाम्प पेपर पर लिखकर दूं क्या? उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद में राज्यपाल कोटे की रिक्त 12 सीटों के बारे में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को जल्द फैसला लेना चाहिए। सरकार ने नियमों के अनुसार राज्यपाल के पास सदस्यों को नामित करने के लिए सिफारिश भेजी है। यदि राज्यपाल जल्द फैसला नहीं लेंगे तो हमें उनसे मुलाकात करके पूछना पड़ेगा कि आखिर फैसले में देरी क्यों हो रही है ? 

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