केन्द्र ने लगाया वैक्सीन बर्बाद करने का आरोप, स्वास्थ्य बोले- महाराष्ट्र के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार

केन्द्र ने लगाया वैक्सीन बर्बाद करने का आरोप, स्वास्थ्य बोले- महाराष्ट्र के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार

Tejinder Singh
Update: 2021-04-08 15:55 GMT
केन्द्र ने लगाया वैक्सीन बर्बाद करने का आरोप, स्वास्थ्य बोले- महाराष्ट्र के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केन्द्र सरकार ने वैक्सीन की उपलब्धता के अपने आंकडों के आधार पर महाराष्ट्र सरकार पर वैक्सीन बर्बाद करने का आरोप लगाया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के बाद गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री जावडेकर ने कहा कि महाराष्ट्र के पास वैक्सीन के 23 लाख डोज हैं, जो कि 5 दिन तक चल सकते है। हर राज्य में कोविड वैक्सीन का 3 से 4 दिन का स्टॉक उपलब्ध है। यह राज्य सरकार की जिम्मेददारी बनती है कि वह विभिन्न जिलों में वैक्सीन पहुंचाए। लेकिन हकीकत यह है कि महाराष्ट्र सरकार ने वैक्सीन के 5 लाख डोज बर्बाद कर दिए हैं। 

वैक्सीन पर अलग-अलग सुर

जहां एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने बयान कहा कि कोरोना से निपटने के लिए केंद्र लगातार सहयोग कर रहा है। वहीं उन्हीं की पार्टी से स्वास्थ्य मंत्री ने अपने बयान में केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार पर कोरोना के टीके के वितरण को लेकर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया है। टोपे ने पूछा है कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के साथ भेदभाव क्यों कर रही है? गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने6 करोड़ जनसंख्या वाले गुजरात को अब तक तक 1 करोड़ कोरोना का टीका उपलब्ध कराया है। जबकि गुजरात से दुगने 12 करोड़ जनसंख्या वाले महाराष्ट्र को 1 करोड़ 4 लाख टीका उपलब्ध कराया गया है। इसमें केवल अब 9 लाख टीका बचा हुआ है। टोपे ने कहा कि गुजरात में कोरोना के सक्रिय मरीज केवल 17 हजार है। जबकि महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मरीज 4.50 लाख हैं। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए गुजरात के मुकाबले महाराष्ट्र को टीके की ज्यादा जरूरत है। 

17.5 लाख टीका आपूर्ति का भरोसा 

टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों को कोरोना टीका वितरण के लिए नया आदेश जारी किया है। जिसमें महाराष्ट्र को 7.5 लाख टीका उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है। जबकि महाराष्ट्र को हर सप्ताह 40 लाख टीके की आवश्यकता है। एक महीने के लिए 1 करोड़ 60 लाख टीका की जरूरत है। इसको लेकर मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से फोन पर बात की है।इसके बाद केंद्र सरकार ने 15 अप्रैल के बाद 17.5 लाख टीका आपूर्ति करने का भरोसा दिया है। 

भाजपा शासित राज्यों को मिल रहा अधिक टीका

टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के लिए आवंटित 7.5 लाख टीके की तुलना में उत्तर प्रदेश को 48 लाख, गुजरात को 30 लाख, मध्य प्रदेश को 40 हजार, हरियाणा को 24 लाख 78 हजार, कर्नाटक 30 लाख, केरल को 4 लाख 74 हजार टीका, पश्चिम बंगाल में 21 लाख टीका वितरित किया जाएगा। टोपे ने कहा कि मुझे हर्षवर्धन से बातचीत में ऐसा नहीं लगा है कि उन्हें जानबुझकर कोई विरोध करना है लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आता है कि केंद्र सरकार टीका वितरण का प्रबंधन ठीक ढंग से क्यों नहीं कर पा रही है। टोपे ने कहा कि टीका नहीं होने के कारण सातारा, सांगली, पनवेल में कई केंद्रों पर टीकाकरण बंद हो गए हैं। महाराष्ट्र के 30 जिलों में केंद्र सरकार की टीम आई हुई है। यह टीम स्वास्थ्य केंद्रों पर आधारभूत सुविधाओं की जांच करेगी। 



 

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