पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई कटौती को स्पष्ट करे सरकार : विपक्ष
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई कटौती को स्पष्ट करे सरकार : विपक्ष
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सूबे में मंगलवार रात से पेट्रोल और डीजल सस्ता मिलना शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने पेट्रोल पर मूल्य वैट की दर में 2 रुपए प्रति लीटर और डीजल के कर में 1 रुपए प्रति लीटर की दर से कटौती करने का फैसला किया है। पेट्रोल और डीजल की नई दरें मंगलवार रात 12 बजे से लागू हो गई हैं। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि केंद्र सरकार की अपील के बाद राज्य सरकार ने दरों में कटौती करने का फैसला लिया है।
प्रति वर्ष राजस्व घाटा
मुनगंटीवार के मुताबिक प्रदेश में पेट्रोल की दर कम करने से 940 करोड़ और डीजल की कीमत कम करने से 1075 करोड़ यानी कुल मिलाकर 2015 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा प्रति वर्ष होगा। वहीं केंद्र सरकार के पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले कर में कटौती करने से 1052 करोड़ रुपए का नुकसान राज्य सरकार को होगा।
केंद्र के फैसले पर अमल
वित्त मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के दर कम करने के फैसले से महाराष्ट्र सरकार को कुल 3067 करोड़ रुपए राजस्व कम मिलेगा। मुनगंटीवार ने कहा कि दूसरे राज्यों की तुलना में राज्य में डीजल की कीमत कम है। मुनगंटीवार ने दावा किया कि राजस्व में कमी का असर सरकार के विकास कामों पर नहीं पड़ेगा।
करों में कटौती को स्पष्ट करें सरकार: तपासे
प्रदेश राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल के वैट करों में कमी करने जो एलान किया है, उसमें स्पष्टता का अभाव है। क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें प्रतिदिन बदलती रहती हैं। ऐसे में लोगों को कैसे पता चलेगा कि इस कमी से उन्हें कितना फायदा हो रहा है। प्रदेश राकांपा प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि सरकार बताए की पेट्रोलियम पदार्थों पर पहले कितना वैट वसूला जाता था और अब कमी के बाद कितना वसूला जाएगा।