घरकुल से वंचित पिंपलगांव वासी करेंगे लोस चुनाव का बहिष्कार

घरकुल से वंचित पिंपलगांव वासी करेंगे लोस चुनाव का बहिष्कार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-09 18:22 GMT
घरकुल से वंचित पिंपलगांव वासी करेंगे लोस चुनाव का बहिष्कार

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शंकरपुर से 10 किमी दूरी पर स्थित पिंपलगांव ग्राम पंचायत ने सरकार को बार-बार घरकुल लाभार्थियों के प्रस्ताव भेजने के बावजूद विगत 4 वर्ष से पिंपलगांव में एक भी घरकुल सरकार ने नहीं दिया है। गांव में घरकुल योजना मंजुर नही किया गया तो सार्वजनिक चुनाव पर बहिष्कार डालने का प्रस्ताव 9 फरवरी को एकमत से आमसभा में लिया गया। संपूर्ण गांव आदिवासी चिमुर तहसील के 2 हजार जनसंख्या वाले पिंपलगांव संपूर्ण आदिवासी गांव हैं। इस गांव में 80 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा के नीचे हैं। वर्ष 2012 से इस ग्राम पंचायत को एक भी घरकुल नहीं दिया गया। सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना वर्ष 2015 से शुरू हुई। परंतु ग्राम पंचायत पिंपलगांव को इस योजना की सूची में समावेश नहीं किया गया। इसके पूर्व भी इंदिरा आवास योजना शुरू थी। बावजूद 2012 से एक भी घरकुल इस योजना से पिंपलगांव ग्राम पंचायत को नहीं मिला।

4 वर्ष में किसी ने नहीं ली दखल
इस संबंध में पिंपलगांव ग्राम पंचायत की ओर से पिछले 4 वर्षों से कई बार पंचायत समिती चिमुर, जिला परिषद चंद्रपुर को पिंपलगांव ग्राम पंचायत प्रधानमंत्री आवास योजना में समाविष्ट करने संबंध में प्रस्ताव व शिकायतें दी गईं। इसी संदर्भ की शिकायत मुख्यमंत्री, महिला बाल कल्याण व ग्राम विकास मंत्री, विरोधी पार्टी नेता, पालकमंत्री, विधायक, जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, जिप अध्यक्ष, जिप सदस्य को दी गई। बावजूद किसी ने दखल नहीं ली है। 

कृति समिति की ऑनलाईन शिकायत 
पिंपलगांव के विकास के लिए 13 सदस्यीय कृति समिती की स्थापना ग्रामसभा द्वारा की गई। समिति ने भी इस संबंध में सरकार की ओर कई शिकायत की। 6 फरवरी 2019 को ऑनलाईन शिकायत भी की। इस समिती ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पिंपलगांव गांव के परिवार धारकों की सूची प्रपत्र ब और क में समावेश करने संबंध में कई प्रकार के पत्राचार किया। बावजूद प्रशासन अथवा जनप्रतिनिधि ने इस गंभीर विषय पर ध्यान नहीं दिया।

आचार संहिता लगने तक अल्टीमेटम 
आने वाले लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने तक सरकार ने पिंपलगांव वासियों को घरकुल में न्याय नहीं दिया तो आने वाले चुनाव में बहिष्कार डालने का प्रस्ताव 9 फरवरी को आमसभा में एकमत से लिया गया। इस सभा में 250 से 300 ग्रामवासी उपस्थित थे। सभा में सरपंच सरिता वाटगुरे, उपसरपंच यशवंत बोरकर, ग्रापं सदस्य वनमाला रामटेके, होमराज दडमल, भाऊराव दहेकार, विवादमुक्त समिती अध्यक्ष चंद्रशेखर मसराम, पूर्व उपसरपंच विकास नन्नावरे, नथ्थूजी नन्नावरे, कृषि समिती सदस्य किशोर दहेगार, आकाश रामटेके, नथ्थूजी कुरूटकार, निलकंठ चौधरी, प्रमोद धनोरे, पुष्पा नन्नावरे, जिजाबाई चौधरी, रमेश श्रीरामे, प्रियंका निवटे, मंगला ढोक, रूपा रामटेके, शामुना राणे, लिलाबाई धनोरे व ग्रामिण उपस्थित थे।

 

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