सातारा से बैंक लूटकर भागे 2 डकैतों को नागपुर पुलिस ने दबोचा 

सातारा से बैंक लूटकर भागे 2 डकैतों को नागपुर पुलिस ने दबोचा 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-15 17:51 GMT
सातारा से बैंक लूटकर भागे 2 डकैतों को नागपुर पुलिस ने दबोचा 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सातारा में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में हुई डकैती के दो आरोपियों को नागपुर पुलिस ने दबोच लिया। डकैतों के कब्जे से नकदी जब्त की गई है। शुक्रवार को आरोपियों को अदालत में पेश कर उन्हें तीन की रिमांड में लिया गया है। आरोपी बिहार के अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं। पुलिस जिमखाना में हुई पत्र परिषद अपराध शाखा के उपायुक्त नीलेश भरणे ने यह जानकारी दी है। आरोपी श्रवणकुमार ब्रिजनंदन प्रसाद (24) और अभिषेककुमार रणजीत सिंह (20), दोनों बिहार के पटना जिला अंतर्गत दानापुर निवासी है। दोनों अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय गिरोह के सदस्य हैं। 11 मार्च की दोपहर को गिराेह के पांच सदस्यों ने सातारा जिले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, शाखा शेणोली में पहले पिस्टल से हवाई फायर किया और अधिकारियों सहित बैंक के नौ लोगों को बंधक बना लिया और बैंक के स्ट्रांग रूम से 23 लाख 20 हजार रुपए नकद और साढ़े आठ लाख का 390 ग्राम (33 तोले से अधिक) सोना लूट लिया था। लूट के बाद आरोपियों ने सोना बेच दिया था।

आरोपियों की तलाश में जुटी सातारा पुलिस की अधीक्षक तेजस्विनी सातपुते को दो आरोपी नागपुर की तरफ भागने की भनक लगने पर उन्होंने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय अपराध शाखा के मुखिया नीलेश भरणे को दी। प्रकरण को गंभीरता से लेकर अपराध शाखा के दस्ते ने वर्धा रोड़ पर जाल बिछाया और शुक्रवार को सुबह 9 बजे ट्रेवल्स बस में दोनों को धरदबोचा। तलाशी में आरोपियों से 6 लाख 31 हजार रुपए नकद बरामद किए गये हैं। दोपहर में आरोपियों को अदालत में पेश करने पर उन्हें तीन दिन के प्रोडक्शन रिमांड में भेज दिया गया है। बैंक लूटने के बाद आरोपियों ने रुपयों का बंटवारा किया। पकड़े जाने के डर से सभी आरोपी अलग-अलग दिशाओं में भाग गए। इनमें दो आरोपी श्रवणकुमार और अभिषेककुमार ट्रैवल्स बस में सवार होकर नागपुर की दिशा में भागने का पुलिस को पता चला था।

नागपुर से आरोपी ट्रेन से दिल्ली होते हुए पटना, बिहार जाने वाले थे, लेकिन इसके पहले ही उन्हें दबोच लिया गया। शनिवार को आरोपियों को सातारा पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा। निरीक्षक नरेंद्र हिवरे,सहायक निरीक्षक ज्ञानेश्वर भेदोड़कर, गोरख कुंभार, सातरा जिले के कराड थाने के सहायक निरीक्षक चंद्रकांत माली, उप-निरीक्षक नीतेश डोर्लीकर, हेमंत थोरात, श्रीनिवास मिश्रा, राजकुमार देशमुख, राजेद्र बघेल आदि ने कार्रवाई में हिस्सा लिया।

युवती के इशारे पर बदमाश की हत्या का प्रयास, दो दिन पहले ही छूटा था जेल से
दूसरे मामले में कुख्यात बदमाश का युवती के इशारे पर अपरहण कर उसकी हत्या करने का प्रयास किया गया। देर रात बेलतरोड़ी थाना क्षेत्र में हुई इस घटना को युवती का भाई और उसके आधा दर्जन मित्रों ने अंजाम दिया। प्रकरण दर्ज किया गया है। सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। हमले के बाद घबरा गए और धीरज को उठा ले गए, लोखड़े नगर निवासी धीरज बघेल और हिमांशु चंद्रकर (23) मित्र हैं। हिमांशु दो दिन पहले ही जेल से छूटकर आया है। इसकी भनक लगते ही अपूर्वा नागपुरकर (24), जयताला निवासी ने गुरुवार को रात साढ़े आठ बजे फोन कर उसे मनीष नगर में मिलने के लिए बुलाया। हिमांशु, धीरज के साथ अपूर्वा से मिलने गया। अपूर्वा ने 20-25 मिनट हिमांशु को बातों में उलझाकर रखा और तय योजना के तहत अपूर्वा का भाई और लगभग आधा दर्जन मित्रों ने लाठी-डंडों से लैस होकर हिमांशु पर जानलेवा हमला कर दिया। शोर-शराबा सुनकर लोगों की भीड़ जमने लगी।

अपूर्वा और उसके मित्रों को खुद के पकड़े जाने का डर सताने लगा और दो दोपहिया वाहनों पर हिमांशु-धीरज का अपहरण कर जयंती नगरी नं.-2 स्थित निरंजन नगर ले गए। पश्चात वहां उनकी पिटाई कर उन्हें छोड़ दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हिमांशु को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। हिमांशु कुख्यात बदमाश है। दो दिन पहले ही किसी आपराधिक मामले में वह जमानत पर छूटकर आया है। हिमांशु, अपूर्वा का पति बादल शंभरकर का मित्र था। करीब डेढ़ साल पहले नंदनवन क्षेत्र में बादल की हत्या कर दी गई थी। बादल और अन्य एक को वाहन से कुचल कर मारा गया था। बादल की मौत से अपूर्वा अकेली पड़ गई। हिमांशु चाहता था कि, अपूर्वा उससे रिश्ता जोड़ ले। इसे लेकर वह उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। कुछ दिन पहले हिमांशु ने अपूर्वा के छोटे भाई का अपहरण भी किया था। यह प्रकरण प्रताप नगर थाने में दर्ज है। इस बीच हिमांशु जेल चला गया। हिमांशु जेल से छूटने के कारण अपूर्वा को फिर डर सताने लगा था। इसिलए उसने युवकों की मदद से हिमांशु को सबक सिखाने की योजना बनाई। प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है। हवालदार कृष्णा कालमेघ ने प्रकरण दर्ज किया है।

Similar News