महाराष्ट्र में बदल सकती है पुलिस की वर्दी, सरकार कर रही विचार
महाराष्ट्र में बदल सकती है पुलिस की वर्दी, सरकार कर रही विचार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र पुलिस की वर्दी (गणवेश) बदलने की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है। राज्य के सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुलिस की पुलिस की वर्दी असुविधाजनक है। इसलिए वर्दी में बदलाव करना चाहिए। जिस पर देशमुख ने कहा कि राज्य सरकार इस बारे में विचार करेगी। देशमुख ने कहा कि पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के लंबे अनुभव का उपयोग पुलिस दल को मजबूत बनाने के लिए किया जाएगा। रविवार को देशमुख ने राज्य के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक और मुंबई पुलिस आयुक्तों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने पूर्व अधिकारियों से पुलिस दल को मजबूत बनाने और पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं को जाना। इस दौरान राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक डी. शिवानंद ने कहा कि पुलिस के वर्दी के लिए शर्ट और पैंट का एक ही कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है। यह भारतीय वातावरण के सुसंगत नहीं है। इस कारण इसमें बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शर्ट की जेब में मोबाइल और डायरी रखने में असुविधा होती है। इसलिए वर्दी में हाफ जैकेट का समावेश होना चाहिए। उसके पीछे बगल में यूनिट का नाम लिखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस को चमड़े के जूतों को पहनकर आरोपियों का पीछा करने में मुश्किल होती है। इसलिए उन्हें काले रंग का स्पोर्ट्स शूज दिया जाना चाहिए।
राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक जे. एफ. रिबेरो ने कहा कि पुलिस पर अतिरिक्त बोझ होने कारण उनकी ड्यूटी आठ घंटे करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस दल की सभी रिक्त जगहों को भरने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारियों के साथ उनके परिवार के सदस्यों की साल भर में एक बार स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए।
इस पर देशमुख ने कहा कि मैंने कोरोना काल में राज्य के 32 जिलों में दौरा करके कर्मचारियों और अधिकारियों की समस्याओं को जानने के लिए उनसे संवाद स्थापित किया। पूर्व पुलिस अधिकारियों के अनुभव और अध्ययन का उपयोग करके पुलिस दल के आधुनिकीकरण के लिए संवाद की प्रक्रिया जारी रहेगी।