कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के अलावा भाजपा विरोधी विकल्प देने की है तैयारी

ममता - शरद मुलाकात कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के अलावा भाजपा विरोधी विकल्प देने की है तैयारी

Tejinder Singh
Update: 2021-12-01 14:57 GMT
कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के अलावा भाजपा विरोधी विकल्प देने की है तैयारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के खिलाफ मोर्चा तैयार करने में जुटी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के अतिरिक्त विकल्प देने की लड़ाई में जो साथ आएंगे उन्हें साथ लिया जाएगा। बुधवार को मुंबई दौरे के दूसरे दिन ममता ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। इस दौरान राकांपा के सभी वरिष्ठ नेता व मंत्री ममता का स्वागत करने के लिए  शरद पवार के आवास पर जुटे। इसके पहले मंगलवार को मुंबई पहुंचने पर ममता ने राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे व शिवसेना सांसद संजय राऊत से मुलाकात की थी। पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि फासिस्टवादी शक्तियों से मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए। फिलहाल सत्ता विरोधा विकल्प उपलब्ध कराना जरुरी है। भाजपा के खिलाफ जो भी लड़ना चाहते हैं, उन्हें एकत्र कर यूपीए के अलावा एक अलग विकल्प देने की हमारी कोशिश है। 

बंगाल-महाराष्ट्र का पुराना संबंधः शरद पवार

इस मौके पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र का पुराना नाता रहा है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के साथ चर्चा के दौरान इस बात का ख्याल आया कि मौजूदा राजनीतिक को देखते हुए वहां जीतेगा जो सड़क पर उतरेगा। इस लिए सभी समान विचारधारा वाले दलों का एक साथ आना जरुरी है। 

पीएम पद के लिए चेहरा महत्वपूर्ण नहीं, भाजपा को हराना जरुरी

इसके पहले ममता बनर्जी ने यशवंत राव चव्हा प्रतिष्ठान में फिल्म जगत सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ संवाद साधा। इस दौरान सुप्रसिद्ध फिल्म गीतकार जावेद अख्तर, फिल्म निर्देशक महेश भट्ट, अभिनेत्री स्वारा भास्कर, पत्रकार गिरीश कुबेर आदि मौजूद रहे। इस दौरान ममता ने कहा कि सवाल प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरे का नहीं बल्कि भाजपा को हराने का है।लोकतंत्र की रक्षा करना ज्यादा जरुरी है। इस दौरान ममता ने राहुल गांधी की नाम लिए बगैर कहा कि जब आप आधा टाईम विदेश में ही रहोगे तो राजनीति कैसे होगा। हम लिए बाहर निकले हैं, देशभर में घूम रहे हैं जिससे वे भी बाहर निकले। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि मैं सरकार से वेतन या पेंशन नहीं लेती। मेरा खर्च मेरी किताबों की रॉयल्टी से चलता है। वैसे भी मेरा खाने पीने का खर्च बहुत कम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुझे डराने की बहुत कोशिश की पर मैं डरी नहीं। जब तक जीएंगे तब तक लड़ेगे। ममता ने कहा कि मैं यूपी विधानसभा चुनाव इस लिए नहीं लड़ने जा रहा हूं कि क्योंकि मैं धर्मनिरपेक्ष दलों को कमजोर नहीं करना चाहती। 

 

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