योग की तरह विपस्सना को भी किसी धर्म विशेष से जोड़कर ना देखें- राष्ट्रपति
योग की तरह विपस्सना को भी किसी धर्म विशेष से जोड़कर ना देखें- राष्ट्रपति
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा की महाराष्ट्र ने सामाजिक बदलाव के साथ देश को सांस्कृतिक धरोहर भी दी है। ये राज्य 21वीं सदी में देश को विकास के लिए नई शक्ति दे सकता है। शुक्रवार को 70 करोड़ की लागत से बने कविवर्य सुरेश भट सभागृह का लोकार्पण करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जिस तरह आर्थिक मामलों में मुंबई का अहम स्थान है, उसी तरह नागपुर अपने आप में सांस्कृतिक धरोहर है। कोविंद ने कहा कि एक ही दिन में इन विरासतों का दर्शन करना सौभाग्य की बात है।
मनोकामना हुई पूरी
राष्ट्रपति बनने के बाद वे दीक्षाभूमि और ड्रैगन पैलेस जाना चाहते थे। उनकी ये मनोकामना पूरी हो गई। उन्होंने नागपुर को प्रेरक शहर बताया, क्योंकि यह राज्य में सबसे अधिक पढ़े-लिखे नागरिकों का शहर है। उन्होंने कामठी के इंटरनेशनल ड्रैगन पैलेस टेम्पल में विपस्सना ध्यान केंद्र का उद्धाटन किया और कहा कि योग की तरह विपस्सना को किसी धर्म विशेष से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यह पूरी मानवता के कल्याण के लिए है।
संदेश में लिखा
उन्होंने अपने संदेश में लिखा कि, दीक्षाभूमि विश्व को त्याग, शांति और मानवता की ओर प्रेरित करती है। कार्यक्रम में महापौर नंदा जिचकार, राज्यपाल सी. विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, ऊर्जा और जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, विपश्यना ध्यान केंद्र की अध्यक्ष अधिवक्ता सुलेखा कुंभारे उपस्थित थे।
जैन संत से लिया आशिर्वाद
इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद ने रामटेक में जैन संत श्री विद्या सागर जी मुलाकात कर उनका आशिर्वाद लिया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संविधान भी बौद्ध दर्शन के आदर्शों पर आधारित है। जिसमें समानता और सामाजिक न्याय का सामंजस्य दिखता है। इसी आधार पर डॉ अंबेडकर ने संविधान-सभा में अपने अंतिम भाषण में बताया था कि हमारे लोकतन्त्र की जड़ें गहरी और पुरानी हैं। उस वक्त उन्होंने भगवान बुद्ध की परंपरा का उदाहरण दिया था।
कामठी-कन्हान तक ले जाएंगे मेट्रो : गडकरी
कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर के विकास को गति दी है। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि जल्द ही नागपुर के अंतरराष्ट्रीय विमानतल को दुनिया के अन्य देशों से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा कामठी-कन्हान भी मेट्रो से जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रपति ने संविधान के सर्वोच्च पद पर बैठते हुए संविधान निर्माता को याद कर देश के लिए शुभ संकेत दिए हैं।