राष्ट्रपति ने कहा - भारत का महान राज्य है महाराष्ट्र

राजभवन के दरबार हाल का लोकार्पण राष्ट्रपति ने कहा - भारत का महान राज्य है महाराष्ट्र

Tejinder Singh
Update: 2022-02-11 14:43 GMT
राष्ट्रपति ने कहा - भारत का महान राज्य है महाराष्ट्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि महाराष्ट्र भारत का महान राज्य है। यह महापुरुषों की खान है। इस राज्य की कुछ खासियत है तभी बार-बार मुझे अपनी तरफ आकर्षित करता है। पिछले साढे चार सालों में मैं 12 बार महाराष्ट्र आ चुका हूं। राष्ट्रपति शुक्रवार को राजभवन के नवनिर्मित दरबार हाल के लोकार्पण के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उम्मीद जताई की दरबार हाल लोक कल्याणकारी उपक्रमों का मंच बनेगा। 

राष्ट्रपति ने कहा कि महाराष्ट्र में प्रतिभा व प्रकृति का प्रचुर भंडार है। इस राज्य का अतिथि सत्कार भी निराला है। उन्होंने कहा कि इस बार महाराष्ट्र आने पर लता दीदी की कमी खल रही है। उनकी सादगी हमेशा याद रहेगी। निजी तौर पर मुझे उनका स्नेह मिलता रहा है। उनका निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि 100 साल पुराने दरबार हाल के पुरातत्व महत्व को नुकसान पहुंचाए बगैर इसका पुनरनिर्माण प्रशंसनीय है। श्री कोविंद ने कहा कि तत्कालिन मुंबई प्रदेश के मुख्यमंत्री मोरारजी देसाई का शपथ ग्रहण समारोह इसी दरबार हाल में हुआ था। मुझे श्री देसाई के निजी सचिव के तौर पर कार्य करने का मौका मिला था। राष्ट्रपति ने कहा शनिवार को मुझे डा बाबा साहेब आंबेडकर के पैतृक गांव जाने का मौका मिल रहा है। 

राजभवन को बनाया लोकभवनः कोश्यारी 

इस मौके पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस राजभवन में रहने का मौका मिला। ढाई सालों से यहां हूं। इस दौरान मैंने राजभवन को लोकभवन बनाने की कोशिश की। कोरोना काल के बाद यहां लगभग हर दिन कोरोना महामारी में अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित करने का सिलसिला शुरु रहता है। अब तक 5 हजार से अधिक लोगों का मेरे हाथों सम्मान हो चुका है। कुछ लोग कहते थे आप को भी कोरोना हो जाएगा पर मैंने इन कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रखा। बतौर राज्यपाल नागपुर में डिफेंस एक्सीलेंसी विश्वविद्यालय बनवाने का काम किया। उन्होंने बताया कि राजभवन में पहले से कई मोर थे। पिछले पांच माह में और पांच मोर लाए गए हैं। 

राजनीतिक हवा जैसी हो यहां तो शीतल हवा चलती हैः उद्धव ठाकरे

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 100 सालों में यह दरबार हाल कई घटनाओं का साक्षी रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते कई बार राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन आना होता था। उन्होंने कहा कि अथाह सागर के किनारे स्थित यह राजभवन देश का सर्वोत्तम राजभवन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक हवा जैसी भी चल रही हो पर राजभवन में हमेशा शीतल हवा चलती है। पुराने दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार तत्कालिन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह से मिलने बाला साहेब ठाकरे राजभवन आए थे। मैं भी तत्कालिन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिलने यहां आया था।   

जार्ज पंचम के स्वागत के लिए बना था यह दरबार हाल

ब्रिटिस काल में वर्ष 1911 में इग्लैंड के राजा पंचम जार्ज और रानी मेरी के भारत आगमन के मौके पर उनके स्वागत के लिए इस दरबार हाल का निर्माण किया गया था। इसके आर्किटेक जार्ज विटेट थे। 100 साल पुराना यह भवन जीर्ण हो गया था। इस लिए 2016 से इसका इस्तेमाल बंद कर दिया गया था। नए दरबार हाल का निर्माण कार्य 2019 में शुरु किया गया था। दरबार हाल के पुराने वास्तु को सुरक्षित रखते हुए इसका पुनरनिर्माण किया गया है। 

 

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