रक्षाबंधन: 25 करोड़ से ज्यादा का कारोबार, चार माह बाद बाजार में दिखी रौनक

कोरोना पर भारी पड़ा भाई-बहन का प्यार रक्षाबंधन: 25 करोड़ से ज्यादा का कारोबार, चार माह बाद बाजार में दिखी रौनक

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-22 11:53 GMT
रक्षाबंधन: 25 करोड़ से ज्यादा का कारोबार, चार माह बाद बाजार में दिखी रौनक

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। चार माह से कोरोना का कहर, कोरोना कफ्र्यू और बंदिशों में जी रहे लोगों ने इस रक्षाबंधन सारे बंधन तोड़ दिए हैं। लगभग चार माह की खामोशी आखिरकार त्योहार के उत्साह में बदल गई है। बाजार में रौनक दिख रही है और लोग जरूरत के हिसाब से खरीदी भी कर रहे हैं। इस साल रक्षाबंधन का त्योहार बाजार में धनवर्षा लेकर आया है। जिले में रक्षाबंधन पर लगभग 25 करोड़ से ज्यादा का कारोबार होने की संभावना है।
 जिले में पिछले साल कोरोना के कारण रक्षाबंधन का त्योहार फीका था। पिछले साल रक्षा बंधन पर लॉक डाउन लगा हुआ था। लेकिन इस साल ऐसा कोई बंधन नहीं है जिसका फायदा लोग उठा रहे हैं। रक्षाबंधन पर बहनें पूरी तैयारी के साथ भाईयों के घर जा रही है इसका सीधा असर बाजार पर दिख रहा है। पिछले तीन दिनों से बाजार में ग्राहकों की भारी भीड़ है जो दिल खोलकर खरीदी कर रही है।
2 करोड़ से ज्यादा का राखी बाजार
रक्षाबंधन पर राखी का सबसे ज्यादा महत्व है। लगभग हर परिवार में राखी खरीदी जाती है। इस साल रक्षाबंधन पर महंगी राखियों की डिमांड नहीं है लेकिन सादी राखियों का विक्रय बहुत अच्छा है। शहर के थोक व्यापारियों की मानें तो इस साल जिले में लगभग 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का राखी बाजार रहा है।
कपड़ा बाजार में करोड़ों के वारे-न्यारे  
6 माह से लोग कपड़ा खरीदने बाजार में नहीं निकले थे। कोरोना ने कई घरों में अपनो को छीन लिया और कई परिवार केवल जरूरत के सामान पर ही निर्भर थे। लेकिन रक्षाबंधन ने सारे बंधन तोडकऱ बाजार में रौनक भर दी है। इस साल रक्षाबंधन पर कपड़ा बाजार भी 10 करोड़ रुपए से ज्यादा के कारोबार से उठा है।
जिले में बिकती है 5 करोड़ से ज्यादा की मिठाइयां  
बहन और भाई के प्यार जीवन में मिठास भरने के लिए मिठाइयों का भी अपना महत्व है। हर बहन अपने भाई के लिए मिठाइयां जरूर खरीदती है। एक अनुमान के अनुसार इस साल शहर में तीन करोड़ से ज्यादा की मिठाइयों का विक्रय हुआ है जबकि जिले में यह आंकड़ा 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। मिठाइयों का कारोबार भी इस माह अप्रैल के बाद सबसे ज्यादा हुआ है।
सराफा बाजार में भी उठाव, अन्य सामग्री भी बिकी
रक्षाबंधन पर कपड़ा व राखी बाजार के साथ ही सर्राफा बाजार में भी इस साल रौनक दिखी है। दरअसल दो साल शादियों में खर्च लिमिटेड हो गया है। लोगों ने जेवर खरीदी में कटौती कर दी है इसलिए सराफा बाजार मंदी के दौर से गुजर रहा है। लेकिन रक्षाबंधन पर सराफा बाजार में भी रौनक दिखी है। हालांकि गिरवी का कारोबार भी इस साल चार गुना ज्यादा सामने आया है। इसके साथ ही फल, नारियल और पूजन सामाग्री में भी उठाव है।      

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