भाजपा के साथ रहने के लिए रश्मि शुक्ला ने निर्दलिय विधायक येड्रावकर पर बनाया था दबाव
भाजपा के साथ रहने के लिए रश्मि शुक्ला ने निर्दलिय विधायक येड्रावकर पर बनाया था दबाव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सीआरपीएफ की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले राज्य के गृह निर्माण मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने शुक्ला पर एक और आरोप मढ़ा है। आव्हाड ने गुरुवार को ट्विट कर कहा कि रश्मि शुक्ला ने शिरोल से निर्दलिय विधायक राजेंद्र येड्रावकर पर भाजपा के साथ रहने के लिए दबाव डाला था। आव्हाड ने कहा कि इसके लिए शुक्ला ने येड्रावकर को फोन किया था और उनसे मिलने भी गई थी। शुक्ला ने येड्रावकर पर दबाव डालने की कोशिश की थी। येड्रावकर फिलहाल महा विकास आघाडी सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री हैं। आव्हाड ने इसके पहले शुक्ला पर आरोप लगाया था कि खुफिया विभाग की प्रमुख रहते उन्होंने बगैर अनुमति के लोगों के फोन टेप किए।
रश्मी शुक्ला ने पैर पकड़ कर मांगी थी माफी
इस बीच आव्हाड ने दावा किया कि इसके पहले रश्मि शुक्ला ने फोन टैपिंग मामले में पैर पकड़ कर रोते हुए माफी मांगी थी। आव्हाड ने कहा कि रश्मि शुक्ला ने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री व मुख्य सचिव के पास जाकर रोते हुए माफी मांगी थी। उस वक्त उन्होंने अपने पति के निधन का हवाला देते हुए माफ करने की गुजारिश की थी। पर उस समय यह समझ में नहीं आया कि यह बड़ी साजिश का हिस्सा है।
इस मंत्री से किसी मर्यादा की उम्मीद रखना मुर्खताः फडणवीस
आईपीएस और पुलिस अफसरों के फोन टैपिंग मामले में प्रदेश के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड की ओर से राज्य खुफिया विभाग की तत्कालीन खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला पर तीखा हमला बोलने पर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कटाक्ष किया है। गुरुवार को फडणवीस ने कहा कि एक महिला अधिकारी को निशाना बनाते समय कुछ मर्यादा तो होनी चाहिए? लेकिन जिस मंत्री ने रश्मि शुक्ला के खिलाफ बोला है उनसे मर्यादा का पालन करने की उम्मीद रखना ही मूर्खता है। आव्हाड ने दावा किया है कि रश्मि शुक्ला ने सरकार से माफी मांगी थी। इस पर फडणवीस ने कहा कि इस बारे में रश्मि शुक्ला ही बता सकती हैं।
चोरी पकड़ने वाले की जांच की हो रही मांग
राज्य के मंत्रियों की ओर से फोन टैंपिग मामले में रश्मि शुक्ला की जांच की मांग पर फडणवीस ने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जांच किसकी करनी चाहिए। जिसने चोरी पकड़ी उसकी जांच होनी चाहिए या फिर जिसने चोरी की है उसकी जांच की जानी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि जिसने चोरी की है उसको खुला छोड़ दिया गया है। जिसने चोरी पकड़ी है उसकी जांच की मांग की जा रही है। इस न्याय से साफ है कि सरकार किसको बचाना चाह रही है। हफ्ताखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मानसिकता सरकार की नहीं है।