जबलपुर के निकेत दुबे ने पत्नी पारुल के प्रयास से टेक्सास में रह रहे 200 से ज्यादा भारतीय

जबलपुर के निकेत दुबे ने पत्नी पारुल के प्रयास से टेक्सास में रह रहे 200 से ज्यादा भारतीय

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-16 16:34 GMT
जबलपुर के निकेत दुबे ने पत्नी पारुल के प्रयास से टेक्सास में रह रहे 200 से ज्यादा भारतीय

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। हम दुनिया में जहां भी रहें, किसी न किसी तरह से अपना देश, अपनी मिट्टी, अपना शहर मिस जरूर करते हैं और जब अचानक अपने वतन का कोई मिल जाए, तो फिर खुशी का ठिकाना नहीं होता। ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका के टेक्सास प्रांत के डेलेस शहर में रहने वाले एक भारतीय कपल के साथ। जबलपुर के निकेत दुबे पिछले 13 सालों से डेलास में बतौर आईटी प्रोफेशनल काम कर रहे हैं, वहीं उनकी पत्नी पारुल भी आईटी प्रोफेशनल हैं और भोपाल से हैं। अब हुआ यूं कि अक्टूबर के फर्स्ट वीक में पारुल ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने सवाल किया कि यहां (डेलास में) एमपी-सीजी से कौन-कौन हैं। जवाब में गजब का रिस्पॉन्स मिला। निकेत में मन में थॉट आया कि क्यों न सबको इक्ट्ठा किया जाए और एक ग्रुप की शक्ल दी जाए। सभी के नंबर्स कलेक्ट किए और वॉट्सएप ग्रुप बना डेलास मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ मित्र मंडल। इसके बाद ग्रुप के सदस्य मिले और खास मौकों पर मिलने का वादा लिया।

21 अक्टूबर को मिले पहली बार, देसी फूड किया एंज्वॉय
फोन पर हुई बात में निकेत ने बताया कि ग्रुप के मेंबर्स पहली बार 21 अक्टूबर को मिले, जिसमें 30 परिवारों के लगभग 100 लोग शामिल हुए। यह मुलाकात एक गार्डन में हुई। लोग अपने घर से पोहा-जलेबी, ढोकला जैसे देसी फूड लेकर आए और मूमेंट को मेमोरेबल बना दिया।

बच्चे जुड़ें कल्चर से
ग्रुप की दूसरी मुलाकात दीपावली के मौके पर हुई, जहां फेस्टिवल का जश्न जमकर सेलिब्रेट हुआ। इस बार सदस्य रघुनाथ टेंपल में मिले। इसी तरह हर त्यौहार पर मिलने का वादा सब ने लिया। निकेत ने बताया कि हम चाहते हैं कि यहाँ रहकर भी एमपी-सीजी का कल्चर बना रहे, हमारे बच्चे भी इसे जानें और अपने संस्कारों में उतारें।

बच्चों को देते गाइडेंस
ग्रुप के सदस्य उन सभी भारतीय का सहयोग करते हैं, जो टेक्सास आते हैं। खासतौर पर पढ़ाई करने आ रहे बच्चों को सही गाइडेंस देना, वहीं इंडिया आने पर एक-दूसरे के परिवारों तक मैसेजेस, पार्सल्स पहुंचाने में भी हैल्प करते हैं।

अब तक जुड़े 200 से ज्यादा मेंबर्स
इस ग्रुप में अब तक 200 से ज्यादा मेंबर्स जुड़ चुके हैं, जो अलग-अलग फील्ड्स से हैं, इनमें ज्यादातर आईटी प्रोफेशनल्स हैं। इसके लिए एक फेसबुक पेज भी बनाया गया है, जहां नए मेंबर्स आकर जुड़ सकते हैं।

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