सावंत ने कहा - मराठा आरक्षण को लेकर अपना रुख साफ करे भाजपा

सावंत ने कहा - मराठा आरक्षण को लेकर अपना रुख साफ करे भाजपा

Tejinder Singh
Update: 2021-03-01 14:36 GMT
सावंत ने कहा - मराठा आरक्षण को लेकर अपना रुख साफ करे भाजपा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण मामले की सुनवाई को लेकर बुलाई गई बैठक में केंद्रीय कानून मंत्री के शामिल न होने पर प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा को घेरा है। पार्टी प्रवक्ता सचिन सावंत ने सवाल किया कि क्या भाजपा मराठा आरक्षण नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि पहले इस बैठक में शामिल होने पर सहमति जताने वाले मंत्री आखिर बाद में वादे से मुकर क्यों गए। दरअसल सुप्रीम कोर्ट मराठा आरक्षण को लेकर होने वाली सुनवाई के पूर्व इसको लेकर रविवार को मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकतरे की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को भी ऑनलाइन जुड़ना था। लेकिन बाद में वे बैठक में शामिल नहीं हुए। सावंत ने इस बात पर हैरानी जताई कि पहले बैठक में शामिल होने पर सहमित दे चुके मंत्री ने राज्य सरकार का मत जानने के लिए समय नहीं दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं को भी इस मुद्दे पर अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस की अगुआई वाली भाजपा सरकार ने मराठा समाज के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने बाद में इस पर रोक लगा दी थी। फिलहाल मामला सुप्रिम कोर्ट में विचाराधीन है। 

मेघवाल का क्यों नहीं लिया था इस्तीफा

पूजा चव्हाण की मौत के मामले में घिरने के बाद संजय राठौड़ के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। लेकिन भाजपा चित मैं जीता और पट तू हारा की दोहरी भूमिका अपना रही है। उन्होंने सवाल किया कि 2014 में निहालचंद मेघवाल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में क्यों शामिल किया गया और बलात्कार के आरोप लगने के बाद भी उनसे इस्तीफा क्यों नहीं लिया गया। सावंत ने कहा कि गुजरात में एक महिला की जासूसी मामले से जुड़ा टेप भी दबा दिया गया। वह ‘साहेब’ कौन है इसका आज तक पता नहीं लगने दिया गया। इस मामले में महिला के माता-पिता ने शिकायत तक नहीं की क्या उन पर दबाव नहीं रहा होगा। राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की कोशिश कर रहे एक केंद्रीय मंत्री का ऑडियो टेप सामने आया था लेकिन मंत्री ने ऑडियो सैंपल देने से इनकार कर दिया और टेप को फर्जी बताया। चित्रा वाघ के पति किशोर वाघ के खिलाफ फडणवीस सरकार के समय से जांच चल रही थी अब इसे बदले की कार्रवाई बताया जा रहा है। एकनाथ खडसे को फडणवीस सरकार के कार्यकाल में क्लीनचिट दी गई अब उनके खिलाफ ईडी से जांच कराई जा रही है। कठुआ, उन्नाव, हाथरस मामलों में देश ने देखा है कि भाजपा किस तरह बलात्कारियों का समर्थन करती है। बलात्कार के मामले में जेल में बंद भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से साक्षी महाराज ने जेल में जाकर मुलाकात की। चिन्मयानंद मामले में पीड़ित लड़की को गिरफ्तार करने वाली भाजपा को महिला अत्याचारों के मुद्दे पर बोलने का अधिकार नहीं है। 

Tags:    

Similar News