बच्चों पर सीजनल बीमारी का कहर, वार्ड फुल... तेज बुखार और संक्रमण ने जकड़ा

वायरल, डेंगू, मलेरिया और डायरिया के बढ़े मरीज बच्चों पर सीजनल बीमारी का कहर, वार्ड फुल... तेज बुखार और संक्रमण ने जकड़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-02 08:30 GMT

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। तेज बुखार और संक्रमण ने बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। वायरल फीवर से जूझ रहे बच्चों से शिशु वार्ड पूरी तरह से फुल है। पिछले दिनों हालात यह थे कि एक बेड पर दो बच्चों को रखकर इलाज दिया जा रहा था। दैनिक भास्कर द्वारा यह समस्या प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। इसके बाद हकरत में आए प्रबंधन ने 40 बेड का अतिरिक्त वार्ड तैयार किया है। दो वार्ड होने से अब अस्पताल में 80 बच्चों को भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है।शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश रामटेके ने बताया कि तेज बुखार, पेट के संक्रमण, डायरिया और डेंगू व मलेरिया से सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो रहे है। दूषित पानी या बासे भोजन के सेवन से पेट में संक्रमण की शिकायत होती है। जिसकी वजह से उल्टियां और दस्त के अलावा बुखार, मिथली, भूख में कमी, पेट में दर्द जैसी समस्याएं आती है। इस तरह की शिकायत लेकर जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना दर्जनों मरीज पहुंच रहे है।
तीन दिन में 280 बच्चे पहुंचे अस्पताल-
जिला अस्पताल के शिशु ओपीडी में पिछले तीन दिनों में 280 बच्चे वायरल समेत अन्य बीमारियों का इलाज कराने पहुंचे। इनमें से अधिकांश बच्चों को प्राथमिक इलाज देकर वार्ड में भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है। वहीं पिछले तीन दिनों में सामान्य ओपीडी में 2 हजार 439 मरीज इलाज कराने पहुंचे है। इनमें से 406 मरीजों को भर्ती किया गया है।
11 घरों में मिले डेंगू के लार्वा-
जिले में डेंगू पेशेंट की संख्या 218 पर पहुंच गई है। मलेरिया विभाग की टीम ने शुक्रवार को शहर के शक्तिनगर, सुक्लूढाना, चंदनगांव के 128 घरों का सर्वे किया। सर्वे के दौरान इनमें से 11 घरों में डेंगू के लार्वा मिले है। जिन्हें टीम द्वारा नष्ट किया गया है।  
अभी इन बीमारियों का खतरा...
- इंफ्लूएंजा... बुखार, खांसी, हाथ-पैरों में दर्द, गले में खराश।
- मलेरिया... बुखार, खांसी, बेचैनी और उल्टियां होना।
- डेंगू... तेज बुखार, सिर-बदन दर्द, शरीर में चकते आना।
- स्वाइन फ्लू... बुखार, नाक से पानी बहना, सर्दी-खांसी, सिर और पेट दर्द, उल्टियां होना।
(इन समस्याओं के होने पर मरीज डॉक्टर की सलाह से ही दवाएं ले।)
इन बातों का रखें ख्याल...
- खांसते-छींकते वक्त मुंह और नाक पर रूमाल रखें।
- भीड़भाड़ वाले इलाके और बाजार में जाने से बचे।
- बुखार आने पर स्वयं को आइसोलेट कर लें, फ्लू भी फैलता है।
- बुखार लगातार बने रहने पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाएं लें।
(डॉ. हितेश रामटेके, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल)
 

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