जय श्री राम बोलने से धर्मनिरपेक्षता खतरे में नहीं आएगी- राऊत 

जय श्री राम बोलने से धर्मनिरपेक्षता खतरे में नहीं आएगी- राऊत 

Tejinder Singh
Update: 2021-01-25 17:26 GMT
जय श्री राम बोलने से धर्मनिरपेक्षता खतरे में नहीं आएगी- राऊत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि देश में जय श्री राम बोलने पर किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना कहा कि जय श्री राम बोलने से किसी की धर्मनिरपेक्षता खतरे में नहीं आएगी। दरअसल, बीते शनिवार को पश्चिम बंगाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता जय श्री राम के नारे लगने के बाद कार्यक्रम में भाषण देने से इनकार कर दिया था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। इस पर सोमवार को राऊत ने कहा कि जय श्री राम देश की अस्मिता और आधार है। जय श्री राम कोई राजनीतिक शब्द नहीं है। यह हमारे आस्था और श्रद्धा का विषय है। मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री ममता भी श्री राम पर आस्था रखती होंगी। वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ममता को कार्यक्रम में कुछ लोगों द्वारा जय श्री राम का नारा लगाए जाने से नाराज नहीं होना चाहिए था। अगर वह भी नारा लगाने वालों के सुर में सुर मिला ली होतीं तो पूरी बात पलट जाती। लेकिन सभी को अपने वोट बैंक की चिंता है। भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता की कमजोरी को पहचान ली है। भाजपा इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव में भुनाएगी। 
 

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