वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार विद्या बाल का निधन

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार विद्या बाल का निधन

Tejinder Singh
Update: 2020-01-30 17:12 GMT
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार विद्या बाल का निधन

डिजिटल डेस्क, पुणे। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, लेखिका, पत्रकार विद्या बाल का गुरूवार सुबह निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 84 वर्ष की थीं। स्त्री-पुरूष समान हक्क को लेकर हो रहे आंदोलनों में उनका सक्रिय योगदान रहा। पिछले कई दिनों से विद्या बाल बीमार चलती आ रही थीं। अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरूवार दोपहर उनका पार्थिव अंतिम दर्शन के लिए प्रभात रोड स्थित आवास नचिकेत में रखा गया था। जहां साहित्य, सामाजिक क्षेत्रों की जानीमानी हस्तियों ने अंतिम दर्शन किए। इसके बाद नम आंखों से विदायी दी गई।

विद्या बाल ने वर्ष 1958 में फर्ग्युसन महाविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक डिग्री हासिल की थी। आकाशवाणी में दो वर्ष तक कार्यक्रम पेश किए। उसके बाद वर्ष 1964 से 1983 तक स्त्री मासिक सहायक संपादक और वर्ष 1983 से 1986 तक मुख्य संपादक की जिम्मेदारी निभाई। अगस्त 1989 में उन्हाेंने मासिक पत्र शुरू किया। जिसकी वे संस्थापक संपादक थीं। पहले 20 साल में प्रकाशिक हुए चुनिंदा 45 लेखों का संग्रह स्त्रीमिति नामक पुस्तक में किया गया। 

महिलाओं की समस्याओं के प्रति वे सजग थीं। सामाजिक कार्यकर्ता के साथ ही स्त्रीवादी लेखिका के तौर पर उनकी पहचान हुई। समाज में महिलाओं पर होनेवाले अन्याय, अत्याचारों के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। वर्ष 1981 में उन्होंने नारी समता मंच की स्थापना की। इस संस्था द्वारा शहर, ग्रामीण इलाकों में कई जनजागृति के कार्यक्रम किए गए। इतना ही नहीं पुरूषों के लिए भी उन्होंने पुरूष संवाद केन्द्र शुरू किया। अक्षरस्पर्श ग्रंथालय स्थापित किया। 

प्राप्त पुरस्कार

आगरकर पत्रकारिता पुरस्कार
स्व. कमल प्रभाकर पाध्ये ट्रस्ट पुरस्कार
स्व. शंकरराव किर्लोस्कर पुरस्कार
सामाजिक कृतज्ञता जीवन गौरव पुरस्कार
फाय फाउंडेशन का पुरस्कार  

    


 

Tags:    

Similar News