शरद पवार का पाटील पर निशाना, बोले - अपना गांव छोड़ने वाले के लिए मैं क्या बोलूं, चंद्रकांत ने कहा- मुझे सिखाने की जरूरत नहीं

शरद पवार का पाटील पर निशाना, बोले - अपना गांव छोड़ने वाले के लिए मैं क्या बोलूं, चंद्रकांत ने कहा- मुझे सिखाने की जरूरत नहीं

Tejinder Singh
Update: 2021-02-14 13:33 GMT
शरद पवार का पाटील पर निशाना, बोले - अपना गांव छोड़ने वाले के लिए मैं क्या बोलूं, चंद्रकांत ने कहा- मुझे सिखाने की जरूरत नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कोल्हापुर के बजाय पुणे से लड़ने को लेकर कटाक्ष किया है। पुणे में पवार ने  पाटील का नाम लिए बगैर कहा कि जिस व्यक्ति को अपने गांव को छोड़कर दूसरे के गांव में जाना पड़ता है ऐसे महत्वपूर्ण व्यक्ति के बारे मैं क्या बोलू? रविवार को पत्रकारों ने पाटील की ओर से पुणे के पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में उठाए गए सवाल को लेकर पवार से प्रश्न पूछा था। इस पर पवार ने कहा कि जिन्हें अपना गांव छोड़कर दूसरे जगह जाना पड़ता है। मैं उनके बारे क्यों टिप्पणी करूं? इससे जवाब में पाटील ने कहा कि पवार को मुझे सिखाने की जरूरत नहीं है। मैं पार्टी के अनुशासन का पालन करने वाला व्यक्ति हूं। मुझे भाजपा ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कोल्हापुर के बजाय पुणे के कोथरूड सीट से लड़ने के लिए कहा था। मैं चुनाव में कड़ी चुनौती देकर जीत हासिल की है।

पाटील ने कहा कि पवार ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में माढा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की। लेकिन बाद में उन्हें लगा कि वे जीत नहीं पाएंगे फिर पीछे हट गए। पाटील ने कहा कि पवार पुणे से मुंबई में चले गए हैं। उनका मुंबई के मतदाता सूची में नाम है। जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सभी को अपना गांव छोड़कर यहां-वहां जाना पड़ता है। लेकिन पाटील अपना गांव छोड़कर दूसरे गांव में गए तब भी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। पाटील भाजपा के प्रदेश के नेता हैं। भाजपा के प्रदेश के नेता किसी भी सीट पर चुनाव जीत सकते हैं। यह महत्वपूर्ण बात है। 

प्रदेश सरकार ठोंकशाही नीति पर चल रही – पाटील

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने पुणे के पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार पर हमला बोला है। रविवार को सांगली में पत्रकारों से बातचीत में पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवशाही के बजाय ठोंकशाही की नीति पर राज्य सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि आत्महत्या मामले न्याय मिलेगा अथवा नहीं। पाटील ने कहा कि इस मामले में वायरल हो रही क्लिप में किसकी आवाज है? लैपटॉप कहां पर चला गया?  पुलिस को इसका जवाब देना चाहिए। पाटील ने कहा कि आत्महत्या मामले में प्रदेश के एक मंत्री का नाम आ रहा है। 
पुलिस ने रिकार्ड में मंत्री का नाम नहीं लिया है। इसलिए हम लोग मंत्री का नाम नहीं ले रहे हैं। लेकिन मंत्री कहां पर गायब हो गए हैं?

सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।  

पाटील ने कहा कि ठोंकशाही के कारण ही प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के मामले में कुछ नहीं हुआ। जबकि  मुंडे ने खुद स्वीकार किया है कि उनका करुणा शर्मा के साथ संबंध हैं। करुणा से उन्हें दो बच्चे हैं। पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र में एक भी घटना ऐसी नहीं है जिससे कि किसी मंत्री का नाम न जुड़ा हो। 

पडलकर को समझाया जाएगा

इसी बीच भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर की ओर से राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के खिलाफ की जाने वाली तीखी टिप्पणी पर पाटील ने जवाब दिया है। पाटील ने कहा कि पडलकर को समझाएगा कि अपनी बातें कहें लेकिन शब्दों का चयन ठीक से करें।  

ऑटोरिक्शा सरकार के हर पहिये में छेद 

वहीं पाटील ने प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार को ऑटोरिक्शा की सरकार करार दिया। रविवार को ट्वीट करके उन्होंने कहा कि ऑटोरिक्शा सरकार के हर पहिये में छेद है। सरकार के कई मंत्री किसी ने किसी मामले में फंसे हुए हैं। सरकार से प्रदेश के विकास की उम्मीद ही बेकार है। 
 

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