धुले-मुंबई में होगी राहुल गांधी की सभा, पीएम के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम से विपक्ष खफा

धुले-मुंबई में होगी राहुल गांधी की सभा, पीएम के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम से विपक्ष खफा

Tejinder Singh
Update: 2019-02-28 16:12 GMT
धुले-मुंबई में होगी राहुल गांधी की सभा, पीएम के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम से विपक्ष खफा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान के तहत गुरुवार को वीडियो कांफ्रेसिंग जरिए भाजपा विधायकों ने भी हिस्सा लिया। इसके लिएअ विधान भवन में व्यवस्था की गई थी। दूसरी तरफ विपक्ष ने तनाव के वातावरण में प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह के आयोजन करने की आलोचना की है। भाजपा विधायकों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री के संबोधन को सुना। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति के बावजूद प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने आलोचना की। विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में मुंडे ने कहा कि सीमा पर तनाव की स्थिति होने के कारण सदन के कामकाज बंद कर महाराष्ट्र के विधानमंडल ने देश के साथ खड़ा होने का फैसला किया। लेकिन देश के संकट में होने के बावजूद भाजपा राजनीति करने पर तुली है। लोकसभा चुनाव में फायदे के लिए भाजपा अपने संगठन का एक भी कार्यक्रम रद्द करने के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री नसीम खान ने कहा कि इस वक्त हम देश के जवान की मजबूती की बात कर रहे, तो भाजपा चुनाव जीतने अपना बूथ मजबूत करने में जुटी है। खान ने कहा कि कम से कम देश के प्रधानमंत्री को इस तरह के चुनावी कार्यक्रमों से इस वक्त परहेज करना चाहिए।

धुले-मुंबई में राहुल गांधी की सभा 

कांग्रेस अध्यक्ष शुक्रवार को अपने चुनावी दौरे पर महाराष्ट्र पहुंचेंगे। वे दोपहर में धुले में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद शाम 6 बजे मुंबई के बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान पर आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष की जनसभा को एतिहासिक बनाने के लिए पार्टी नेता कई दिनों से जुटे हुए हैं। 

परिचारक का निलंबन वापस लेने पर शिवसेना-राकांपा ने किया विरोध

इसके अलावा सैनिकों की पत्नियों के बारे में विवादित बयान देने वाले विधान परिषद में भाजपा समर्थित सदस्य प्रशांत परिचारक के निलंबन वापस लेने का फैसला पार्टी के विधायक दल नेताओं की बैठक में होगा। गुरुवार को सदन में परिचारक के निलंबन को लेकर थोड़ी कुछ समय के लिए असमंजस की स्थिति होने के कारण विपक्षी दल और शिवसेना के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। हालांकि बाद में सरकार की तरफ से प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने  पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया कि परिचारक का निलंबन वापस नहीं लिया गया है। पाटील ने कहा कि सदन में हंगामे के कारण सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर की बात विपक्षी सदस्य ठीक से सुन नहीं पाए। इस कारण सदस्यों को गलतफहमी हो गई। इससे पहले सदन में सत्रावसान की घोषणा से पहले सभापति ने कहा कि परिचारक का निलंबन वापस लेने के लिए भाजपा के कई सदस्यों ने मुझे पत्र दिया है। शिवसेना सदस्य अनिल परब ने परिचारक को बर्खास्त करने का प्रस्ताव दिया था जिसको स्वीकार नहीं किया जा रहा है लेकिन परिचारक को सदन में प्रवेश की अनुमति का मुद्दा विधान परिषद के विधायक दल के नेताओं की बैठक में रखा जाएगा। सभापति के यह बोलने के बाद विपक्ष और शिवसेना के सदस्य समझे कि परिचारक का निलंबन वापस ले लिया गया। इस कारण शिवसेना के मंत्री दिवाकर रावते और विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। 

गट नेताओं की बैठक में होगा फैसला

विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि भारत-पाकिस्तान की सीमा पर तनाव है। एक तरफ हम जवानों के साथ खड़े होने की बात कर हे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा ने सभापति पर दबाव डलवाकर परिचारक का निलंबन वापस करवाया है। हम इसके लिए भाजपा की कड़ी निंदा करते हैं। साथ ही सभापति की शिकायत राष्ट्रावादी कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से करेंगे। हालांकि बाद में जानकारी लेने के बाद मुंडे ने स्पष्ट किया कि परिचारक के निलंबन के मामले का फैसला विधायक दल नेताओं की बैठक में होगा। शिवसेना सदस्य अनिल परब ने कहा कि परिचारक के बारे में विधायक दल नेताओं की बैठक में निर्णय होगा। बता दें कि विधान परिषद में 9 मार्च 2017 को परिचारक के निलंबन के लिए प्रस्ताव पास किया गया था। परिचारक ने सोलापुर में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार के समय सैनिकों की पत्नियों को लेकर विवादित बयान दिया था।

 

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