श्री की पालकी 6 जून को करेगी पंढरपुर के लिए प्रस्थान

दर्शन लाभ श्री की पालकी 6 जून को करेगी पंढरपुर के लिए प्रस्थान

Tejinder Singh
Update: 2022-05-21 09:46 GMT
श्री की पालकी 6 जून को करेगी पंढरपुर के लिए प्रस्थान

डिजिटल डेस्क, भावेश शर्मा, शेगांव।‘पंढरीचा वारकरी, वारी चुकों नेदी हरी’ इस उक्ति की भांति प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी संत नगरी शेगांव से संत गजानन महाराज की पालकी श्रीक्षेत्र पंढरपुर के लिए ज्येष्ठ शु. 6 सोमवार 6 जून को 700 वारकरी मंडली के साथ सुबह 7 बजे मंदिर से प्रस्थान करेगी। विगत 53 वर्षों की परम्परा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी श्री की पालकी अकोला, वाडेगांव, पातूर, डव्हा, रिसोड, परभणी, परली वैजनाथ, उस्मानाबाद, तुलजापुर, सोलापुर आदि मार्ग से कुल 750 किमी की यात्रा कर आषाढ शुध्द 9 शुक्रवार 8 जुलाई को श्रीक्षेत्र पंढरपुर पहुंचेगी। इसी क्रम में वह 6 जून को श्रीक्षेत्र नागझरी से निकलकर पारस, भौरद होकर 8 जून को अकोला पहुंचेगी। 9 जून को अकोला में विश्राम के बाद वाडेगांव के लिए प्रस्थान करेंगी। श्री की पालकी का 8 जुलाई के 12 जुलाई के दौरान पंढरपुर में विश्राम रहेगा। पश्चात आषाढ शु. 15 बुधवार 13 जुलाई को पालकी का सुबह गोपालकाला के बाद शेगांव के लिए प्रस्थान होगा। 

विगत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण सभी धार्मिक आयोजन रद्द कर दिए गए थे। परंतु अब कोरोना संक्रमण कम होने के बाद प्रशासन के नियम हटाएं जाने के बाद इस वर्ष 6 जून को संत नगरी शेगांव से संत गजानन महाराज की पालकी श्रीक्षेत्र पंढरपुर के लिए निकलेगी। विगत दो वर्षों के अंतराल के बाद श्री के भक्तों को इस वर्ष अपने शहर में श्री की पालकी का आगमन और स्वागत के साथ ही दर्शन का अवसर भी प्राप्त हो रहा है। संत गजानन महाराज पालकी का प्रस्थान शेगांव मंदिर से सोमवार 6 जून को सुबह मंदिर विश्वस्तों के हाथों पूजा-अर्चना व आरती के बाद पालकी का प्रस्थान होगा। नगर परिक्रमा करते हुए अपने साथ 700 वारकरी, हाथी, अश्व व अनेक भजनी मंडलों के सुमधुर भजनों के साथ पालकी का प्रस्थान नागझरी की ओर होगा। सोमवार को शाम को पालकी का विश्राम पारस में होगा। 7 जून को गायगांव से होते हुए पालकी का विश्राम भौरद में होगा। 8 जून को पालकी का अकोला में आगमन होगा और 9 जून और विश्राम अकोला शहर में होगा।

9 जून को अकोला के मुख्य मार्ग से श्री की पालकी नगर परिक्रमा करते हुए रात में पालकी का विश्राम होगा। 10 जून को अकोला से प्रस्थान कर पालकी भरतपुर होते हुए वाडेगांव में विश्राम करेगी। 11 जून को भागवत एकादशी के दिन देउलगांव बाभुलगांव से होते हुए पालकी का पातूर में विश्राम होगा। 12 जून को श्री का पालकी मेडशी से होते हुए श्रीक्षेत्र डव्हा पहुंचेगी। 13 जून को मालेगांव से शिरपूर जैन, 14 जून को चिचांबा पेन से म्हसला पेन, 16 जून को किनखेडा से रिसोड, 16 जून को पानकन्हेरगांव से सेनगांव होते हुए आगे श्रीक्षेत्र पंढरपुर के लिए पालकी की यात्रा जारी रहेगी। 

 

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