पायल तडवी आत्महत्या : 10 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजी गई आरोपी डॉक्टर

पायल तडवी आत्महत्या : 10 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजी गई आरोपी डॉक्टर

Tejinder Singh
Update: 2019-05-31 16:07 GMT
पायल तडवी आत्महत्या : 10 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजी गई आरोपी डॉक्टर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। डॉ पायल तडवी आत्महत्या मामले में तीनों आरोपी महिला डॉक्टरों को 10 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपियों की कोर्ट में पेशी के दौरान सरकारी वकील ने अपराध शाखा द्वारा नए सिरे से जांच और आरोपियों के बयान दर्ज करने के लिए हिरासत बढ़ाने की मांग की लेकिन बचाव पक्ष ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि बयान दर्ज करने के लिए पुलिस हिरासत में भेजे जाने की कोई जरूरत नहीं है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

सरकारी वकील राजा ठाकरे ने सुनवाई के दौरान आरोपियों की पुलिस हिरासत 14 दिन बढ़ाने की मांग की और कहा कि मामले की जांच अपराध शाखा को एक दिन पहले ही सौंपी गई है, वह आरोपियों से पूछताछ नहीं कर पाई है। इसके अलावा मामले में सुसाइड नोट भी नहीं बरामद हुआ है। आरोपियों ने ह्वाट्सएप चैटिंग से जुड़ा डेटा डिलीट कर दिया है, जिसे रिट्रीव किया जाना बाकी है। ठाकरे ने अदालत में यह भी जानकारी दी कि पुलिस को इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि डॉ तडवी की हत्या की गई है। 

वहीं बचाव पक्ष के वकील ने आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेजे जाने का यह कहते हुए विरोध किया कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने का फैसला सरकार का था इसके लिए अदालत की ओर से कोई निर्देश नहीं दिए गए थे। बयान दर्ज करने के लिए आरोपियों का पुलिस हिरासत में होना जरूरी नहीं हैं। सुसाइड नोट को लेकर बचाव पक्ष ने दलील दी कि ऐसा कोई सुसाइड नोट है ही। पुलिस ने अगले ही दिन एफआईआर दर्ज की थी फिर इतने दिन बीत जाने के बावजूद सुसाइड नोट क्यों नहीं बरामद किया जा सका। बचाव पक्ष के वकील ने आरोपियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट और रैगिंग के आरोपों को भी गलत बताते हुए दावा किया कि आरोपी डॉक्टर सिर्फ काम में सुधार के लिए डॉ तडवी को डांटती फटकारती थीं।

बता दें कि डॉ तडवी आत्महत्या मामले में पुलिस ने डॉ भक्ति मेहरे, डॉ हेमा आहूजा और डॉ अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार किया है। इससे पहले कोर्ट में पेशी के बाद तीनों को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था। मामले की छानबीन आग्रीपाड़ा पुलिस कर रही थी लेकिन गुरूवार को इसकी जांच राज्य सरकार ने अपराध शाखा को सौंप दी। तीनों आरोपियों को आर्थररोड जेल भेज दिया गया है। तीनों सोमवार को जमानत अर्जी दे दाखिल कर सकतीं हैं। वहीं पुलिस इस मामले में नायर अस्पताल की स्त्रीरोग विभाग की प्रमुख, दूसरे कर्मचारियों और डॉ तडवी की दोस्त डॉ स्नेहल शिंदे का बयान दर्ज कर चुकी है।   

 

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