टीम इंडिया वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार - पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान

टीम इंडिया वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार - पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-07 17:34 GMT
टीम इंडिया वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार - पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। इंग्लैंड में शुरू हो रहे वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट में टीम इंडिया इस बार प्रबल दावेदार है, लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि वर्ल्ड कप के लिए अभी तीन महीने हैं। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, श्रीलंका सहित साउथ आफ्रिका का जैसी टीमें लगातार अपडेट हो रही हैं। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को लगातार इन टीमों पर नजर रखना चाहिए, वैसे भी इंग्लैंड जैसी पिचों पर खेलना आसान नहीं होता है। यह बात दैनिक भास्कर टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि के रूप में छिंदवाड़ा आए पूर्व इंडियन क्रिकेटर राजेश चौहान ने कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत का सेमीफाइनल तक तो जाना तय है, लेकिन इसके बाद विशेष रणनीति तैयार करनी पड़ेगी।

सवाल- भारतीय टीम में लगातार एक्सपेरिमेंट किए जा रहे ये कितना जरूरी है। न्यूजीलैंड के पहले टी-20 में 3 विकेट कीपर खिलाए गए।
जवाब- वर्ल्ड कप में अभी लंबा समय है। ऐसे में एक्सीपेरिमेंट करना जरूरी है। ताकि पता चल सके कि वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के लिए कौन सा खिलाड़ी कितना तैयार है। खिलाड़ियों की क्षमता का आंकलन एक्सपेरिमेंट से ही किया जा सकता है।

सवाल- लंबे समय से इंडिया-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच सीरीज बंद है। क्या ये शुरू होनी चाहिए।
जवाब- दोनों ही तरफ के खिलाड़ी चाहते हैं कि क्रिकेट शुरू हो, लेकिन ये पॉलिटिकल मामला है। ऐसा नहीं कि दोनों देश चुप होंगे, जरूर पॉलिसी बनाई जा रही होगी। हम तो खिलाड़ी हैं, जरूर चाहेंगे कि मैच शुरू हो, लेकिन अच्छे माहौल के साथ।

सवाल- हरियाणा, पंजाब, दिल्ली जैसे प्रदेशों से लगातार अच्छे खिलाड़ी निकल रहे हैं, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ इस मामले में पीछे क्यों है? कमी कहां है।
जवाब-दोनों ही प्रदेशों की सरकारें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं, लेकिन खिलाड़ियों में भी जीत की भावना होना चाहिए। उदाहरण देते हुए श्री चौहान ने बताया कि आस्ट्रेलिया का परफॉरमेंस बिगड़ा तो पूरा वर्ल्ड समीक्षा कर रहा है। टीम चर्चा में है, लेकिन भारत में मप्र-छत्तीसगढ़ सहित साउथ के प्रदेश के क्रिकेट में गिरावट आ रही है। इस पर कोई समीक्षा क्यों नहीं कर रहा है, ये सोचने का विषय है।

सवाल- वर्ल्ड कप में स्पिन गेंदबाजी में तुरुप का पत्ता कौन साबित हो सकता है। युजवेंद्र चहल, कुलदी यादव, रविंद्र जडेजा और अश्विन में से कौन बेहतर परफॉर्म कर सकता है।
जवाब-रवीन्द्र जडेजा एक बेहतर प्लेयर साबित हो सकते हैं, लेकिन उन्हें अपनी प्रतिभा पर दूसरें लोगों से कंसल्ट करना चाहिए। रवि शास्त्री टीम इंडिया के अच्छे कोच हैं। जडेजा को उनसे पर्सनली एडवाइज लेनी चाहिए। जडेजा वर्ल्ड कप में एक अच्छे ऑल राउंडर साबित हो सकते हैं।

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