सत्र की पहली अच्छी बरसात से बाढ़ जैसे नजारे, पेड़ गिरे, मकान गिरे
सत्र की पहली अच्छी बरसात से बाढ़ जैसे नजारे, पेड़ गिरे, मकान गिरे
डिजिटल डेस्क जबलपुर । शहर में हुई पहली जोरदार बारिश ने नगर निगम के उस दावे की पोल खोलकर रख दी है कि इस बार बारिश में जलप्लावन नहीं होगा। यह अलग बात है कि कम समय में अधिक बारिश हुई जिससे निचले क्षेत्रों में पानी भर गया और लोगों को भारी नुकसान भी उठाना पड़ा। इस दौरान कई क्षेत्रों में पेड़ गिरे, मकान गिरे और नालों ने नदियों का रूप धारण कर लिया। फायर ब्रिगेड और बाढ़ नियंत्रण कक्ष के कर्मचारियों ने लोगों की समस्याओं को कम करने की कोशिश जरूर की, लेकिन वे अधिक कुछ करने की स्थिति में नहीं थे। फायर ब्रिगेड कार्यालय में जलप्लावन की करीब 30 शिकायतें दर्ज कराई गईं। इस बारिश ने यह राहत भी दी है कि खाली होने की कगार पर पहुँच गए जलाशयों में पानी नजर आने लगा और जलसंकट का खतरा टल गया।
फायर ब्रिगेड कार्यालय में झामनदास चौक, नवीन विद्या भवन स्कूल के पास, डायस कम्पाउंड सिविल लाइन और गोपाल विहार में पेड़ गिरने की सूचना दर्ज कराई गई। फायर ब्रिगेड कार्यालय ने निगम के उद्यान विभाग को सूचित किया जिसके बाद वृक्षों की कटाई कर आवागमन सुलभ कराया गया। झामनदास चौक पर बड़ा पेड़ गिर गया था लेकिन सौभाग्य रहा कि कोई जनहानि नहीं हुई।
तेज बारिश ने कच्चे और जर्जर मकानों पर भी गाज गिराई। गलगला बिल्डिंग के सामने रूपरानी श्रीवास, शीला देवी, रवि श्रीवास के मकान दोपहर में गिर गये। इनमें एक किराएदार भी रहता है। निगम के अमले ने मौके पर पहुँचकर मलबा हटवाया और गृहस्थी की सामग्री सुरक्षित करवाई। ग्वारीघाट पुरानी बस्ती में संजय पटेल का मकान दोपहर ढाई बजे अचानक ही भरभराकर गिर गया।