मुहूर्त पर विवाह करवाने वालों को यह शख्स बांट रहा इनाम, जानिए अनूठे उपक्रम के बारे में

मुहूर्त पर विवाह करवाने वालों को यह शख्स बांट रहा इनाम, जानिए अनूठे उपक्रम के बारे में

Anita Peddulwar
Update: 2018-05-14 06:58 GMT
मुहूर्त पर विवाह करवाने वालों को यह शख्स बांट रहा इनाम, जानिए अनूठे उपक्रम के बारे में

डिजिटल डेस्क, भद्रावती। शादी-ब्याह में होने वाली लेटलतीफी के कारण होने वाली परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए एक वेकोलि कर्मी ने  एक अनूठा उपक्रम आरंभ किया है जिसके तहत उन्होंने समय पर विवाह करवानेवालों को 11 हजार 101 रु. का इनाम देने का ऐलान किया है। अक्सर शादी-ब्याह के आनंदोत्सव में बाराती विवाह का मुहूर्त ही भूल जाते हैं और समय पर नहीं पहुंंचते जिसका नतीजा यह होता है कि, कई बार विवाह की रस्में एक-दो घंटे विलंब से ही आरंभ होती हैं। इस कारण न केवल वधु पक्ष बल्कि विवाह में शिरकत करने आनेवाले मेहमानों का भी समय बर्बाद होता है।

साथ ही उन्हें परेशानी भी होती है जिस कारण विवाह के मुहूर्त का कोई औचित्य नहीं रह जाता। रिश्तेदार जो उलाहने सुना जाते हैं, सो अलग। ऐसे में इस तरह की किरकिरी न हो और विवाह भी सही मुहूर्त पर संपन्न हो सके इस हेतु भद्रावती निवासी वेकोलि कर्मचारी तथा सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप उर्फ हंसराज माणिक पारखी ने कुणबी समाज में विवाह समय पर संपन्न करवानेवाली मंडली को 11 हजार 101 रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है। हालांकि उनका यह पुरस्कार चंद्रपुर जिले तक ही सीमित है।

फूल टू एंजाय लेकिन समय पर
पारखी के अनुसार उनका उद्देश्य केवल इतना है कि, समय पर विवाह संपन्न हो और समाज को अच्छा संदेश मिले। भारतीय समाज में विवाह तय होने के बाद कुछ दिन पहले ही वर एवं वधु पक्ष के लोग विवाह का मुहूर्त निकालने के लिए पुरोहित को राशि  देते हैं। विवाह का मुहूर्त निकाला भी जाता है लेकिन विवाह वाले दिन बाराती थिरकने में इतने मशगूल हो जाते हैं कि, उन्हें इस बात का खयाल ही नहीं रहता कि, विवाह का मुहूर्त निकला जा रहा है,  निर्धारित समय पर वर-वधु के फेरे भी करवाने हैं।

वर्तमान दौर में ऐसे युवा कम ही नजर आएंगे जो विवाह के मुहूर्त एवं अन्य रस्मो-रिवाजों को तवज्जो देते हों। उनके लिए विवाह यानी फूल टू एंजाय इतना ही मतलब रह गया है। इन सब बातों के बीच वधु एवं वर पक्ष के बुजुर्ग विवाह निर्धारित समय पर संपन्न करवाने के प्रयास में लगे रहते हैं। इतने प्रयास के बाद शायद ही किसी परिवार में विवाह निर्धारित समय पर संपन्न होता होगा। कई ऐसे परिवार हैं जिनके घरों में विवाह चार से पांच घंटे देर से आरंभ हुआ। इससे बाकी की रस्में निभाने में देरी होती जाती है।

इस तरह पूरा कार्यक्रम देर से चलता रहता है। विवाह देर से होता है तो भोजन में भी देर हो जाती है और हर कोई परेशान हो जाता है। बता दें कि भद्रावती के आनंद नगर विंजासन निवासी दिलीप पारखी वेकोलि माजरी क्षेत्र के तेलवासा खुली कोयला खदान में लिपिक पद पर कार्यरत हैं। जिले के कुणबी समाज से बच्चों का विवाह समय पर शुरू करवाने व संपर्क कर पुरस्कार की राशि लेकर जाने की अपील पारखी करते हैं।
 

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