चार दिन पहले भगाए गए बाघ का जोड़ा फिर लौटा, ग्रामीणों में दहशत

चार दिन पहले भगाए गए बाघ का जोड़ा फिर लौटा, ग्रामीणों में दहशत

Anita Peddulwar
Update: 2018-03-13 10:10 GMT
चार दिन पहले भगाए गए बाघ का जोड़ा फिर लौटा, ग्रामीणों में दहशत

डिजिटल डेस्क, मासोद (चंद्रपुर)। गत पखवाड़े से समीपस्थ सुसुंद्र गांव में डेरा जमानेवाले बाघ के जोड़े को वनविभाग की टीम तथा ग्रामवासियों ने ढोल, ताशे तथा पटाखे फोड़ कर 4 किमी दूरी तक भगा दिया था। जो फिर से लौट आया है। लौटने के बाद बाघ के जोड़े ने सुसुंद्र गांव परिसर में  मवेशियों के झुंड पर हमला कर दिया। इसमें एक बछड़ा गंभीर रूप से घायल हो गया है। बाघ के जोड़े के फिर से आने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है ।

आने के बाद किया बकरियों का शिकार
बता दें कि 8 मार्च को समीपस्थ सुसुंद्र गांव में तीन दिनों से डेरा जमाकर 4बकरियों को शिकार बनाने वाले तथा गांव में दहशत फैलानेवाले बाघ के जोड़े को वनविभाग ने पटाखे फोड़ कर  गांव से चार किमी दूरी तक भगा दिया था। इस बाघ के जोड़े ने सुसुंद्र गांव के खेत में  डेरा जमा रखा था और चार बकरियों को अपना शिकार भी बनाया था। बाघ व बाघिन का गांव में डेरा होने से लोगों में  दहशत फैल गई थी।

एक सप्ताह पहले भी जमाया था डेरा
लोग घर से निकलने के लिए भी डरने लगे। इस संबंध में वनविभाग को जानकारी दी गई थी। वनविभाग की टीम  गांव पहुंची तथा पटाखे फोड़कर बाघ को भगाने का प्रयास किया परंतु इस दौरान अचानक पेड़ पर बैठे बंदर ने मधुमक्खी के छाते पर छलांग लगा दी थी। इससे मधुक्खियों ने लोगों पर हमला कर दिया था। जिससे यह प्रयास विफल हो गया। बाद में दोपहर 12 बजे के दौरान वनविभाग की टीम तथा ग्रामवासियों ने बैंड बजाकर, पटाखे फोड़कर बाघ के जोड़े को करीब 4 किमी दूर तक भगा दिया था। लेकिन यह जोड़ा फिर से  सुसुंद्र गांव में आकर मवेशियों के झुंड पर हमला किया है।   बाघ के जोड़े को बेहोश कर पिंजरे में कैद करें या गांव से काफी दूर भगाने की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। यह बाघ का जोड़ा बोर व्याघ्र प्रकल्प का होने की जानकारी है।  ।
 

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