इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री शिमोन पेरेस के नाम पर रखा गया मुंबई के इस चौक का नाम, जानिए- अब विरोध क्यों

इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री शिमोन पेरेस के नाम पर रखा गया मुंबई के इस चौक का नाम, जानिए- अब विरोध क्यों

Tejinder Singh
Update: 2021-02-14 13:44 GMT
इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री शिमोन पेरेस के नाम पर रखा गया मुंबई के इस चौक का नाम, जानिए- अब विरोध क्यों

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के कालाघोड़ा इलाके में स्थित चौक को इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और नोबल पुरस्कार विजेता शिमोन पेरेस का नाम दिया गया है। कुछ दिनों पहले ही चौक पर पेरेस के नाम का बोर्ड लगाया गया है। कोरोना संक्रमण के काल में इसके लिए कोई कार्यक्रम नहीं आयोजित किया और अधिकारियों गुपचुप यह बोर्ड लगा दिया। लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया है। यह पहली बार है कि मुंबई के किसी अहम चौराहे को किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति का नाम दिया गया है। इसका विरोध करने वाली दोनों पार्टियों का कहना है कि पेरेस भारत के दोस्त जरूर थे लेकिन उनका मुंबई या महाराष्ट्र से कई रिश्ता नहीं था। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा  है कि चौक को पेरेस का नाम देने से जुड़े किसी प्रस्ताव को मुंबई महानगर पालिका की ओर से मंजूरी नहीं दी गई है। बीएमसी के एक अधिकारी के मुताबिक वीबी गांधी मार्ग और साईं बाबा मार्ग के बीच स्थित इस चौक को पेरेस का नाम देने की मांग भाजपा की ओर से की जा रही थी। फिलहाल इस चौक का कोई नाम नहीं था।

आमतौर पर स्थानीय नगरसेवक गली, चौराहे आदि का नाम से जुड़ा प्रस्ताव रखते हैं लेकिन स्थानीय शिवसेना नगरसेविका सुजाता सानप ने ऐसा कोई आवेेदन नहीं दिया था। भाजपा नगरसेवक मकरंद नार्वेकर ने यह प्रस्ताव रखा था लेकिन इसे खारिज कर दिया गया था। बाद में तत्कालीन मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए यह प्रस्ताव रखा था जिस पर ग्रुप लीडर्स ने चर्चा की थी। समाजवादी पार्टी विधायक रईस शेख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अपील की है कि वे मुंबई महानगर पालिका को इस बोर्ड को हटाने का निर्देश दें। नियमों के खिलाफ यह नामकरण कर बोर्ड लगाया गया है। 2018 में ग्रुप लीडर्स की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी लेकिन इसे मंजूरी नहीं दी गई थी। वार्ड कमेटी में भी इस प्रस्ताव का विरोध हुआ था। ऐसे में यह कदम अवैध है। पेरेस का मुंबई, महाराष्ट्र या इस देश के लिए कोई योगदान नहीं है इसलिए हम चौक को उनका नाम देेने का विरोध करेंगे। बता दें कि दो बार इजराइल के प्रधानमंत्री और एक बार राष्ट्रपति रहे शिमोन पेरेस का 2016 में 93 साल की उम्र में निधन हो गया था।  

 

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