फाइलों में फंसा स्मार्ट सिटी सतना का ट्रैफिक प्लान !
फाइलों में फंसा स्मार्ट सिटी सतना का ट्रैफिक प्लान !
डिजिटल डेस्क, सतना। स्मार्ट सिटी में शामिल सतना जिले का ऑनलाइन ट्रैफिक प्लान फाइलों में ही फंस कर रह गया है। करीब 4 लाख की आबादी वाले जिले के ट्रैफिक को ऑनलाइन कंट्रोल करने के इरादे से जब-तब नगर निगम प्रशासन के स्तर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की भी कवायदें हुई हैं।
गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी रैकिंग में अपना स्थान बना चुके सतना जिले में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ऑनलाइन सिस्टम का विकास बहुत जरूरी है। शहर के अंदर सुगम यातायात के लिए हाईटेक तौर-तरीके भी अपनाए जाने चाहिए। अब अकेले मैनुअल वर्किंग से काम नहीं चलने वाला है। वहीं नगर निगम की कमिश्नर प्रतिभा पाल के निर्देश पर नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी विशेष अभियान ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत की गई। अतिक्रमण अधिकारी रमाकांत शुक्ला के नेतृत्व में दस्ते ने रिमझिम बारिश के बीच सेमरिया चौक स्थित टाउनहाल के सामने अस्थाई तौर पर लगने वाले लगभग 35 हाथ ठेलों को हटवाते हुए भविष्य में ऐसा नहीं करने की हिदायत दी
स्मार्ट ट्रैफिक बनाने की जरूरत
मुंबई-हावड़ा प्रमुख रेल खंड पर स्थित विंध्य द्वार सतना रीवा डिवीजन की जहां सबसे बड़ी Industrial एवं व्यवसायिक मंडी है, वहीं एमपी के 2 पवित्र स्थल चित्रकूट और मैहर का जिला मुख्यालय भी है। यहां आए दिन VIP मूवमेंट होता है। जिला मुख्यालय में मौजूदा समय में स्वीकृत यातायात पुलिस का बल नाकाफी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक स्मार्ट सिटी बनने के बाद यहां के ट्रैफिक सिस्टम को भी स्मार्ट बनाने की जरुरत है। सबसे ज्यादा जरुरत वर्तमान यातायात बल को दो गुना करने की है। साथ ही हाईटेक सिस्टम के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट भी होना चाहिए। ये ढांचागत विकास अंतत: नगर निगम के ही हिस्से में आएगा। शहर की यातायात पुलिस के पास पिछले 2 साल से टीआई तक नहीं है। स्वीकृत पदों की तुलना में 11 कांस्टेबल की कमी है। सूबेदार का एक पद भी खाली है। बल की कमी के कारण यातायात पुलिस को होमगार्डस की मदद लेनी पड़ रही है।