मकान तोड़े जाने  की कार्रवाई को लेकर परेशान युवक ने फाँसी लगाई

मकान तोड़े जाने  की कार्रवाई को लेकर परेशान युवक ने फाँसी लगाई

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-18 12:17 GMT
मकान तोड़े जाने  की कार्रवाई को लेकर परेशान युवक ने फाँसी लगाई

डिजिटल डेस्क जबलपुर। तिलवारा थाना क्षेत्र स्थित भैरव नगर बड़ा पत्थर में मकान तोडऩे के लिए मकानों को चिन्हित किए जाने की कार्रवाई शुरू होने के बाद बेघर होने की आशंका को लेकर परेशान युवक ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बीती रात हुई इस घटना की खबर लगने से बस्ती के लोगों की भीड़ जमा हो गयी। वहीं इस घटना की सूचना लगने पर तिलवारा थाने की पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मर्ग कायम कर प्रकरण जाँच में लिया है।   सूत्रों के अनुसार भैरवनगर बड़ा पत्थर निवासी गोविन्द चक्रवर्ती ने बीती रात ढाई बजे थाने में सूचना दी कि पड़ोस में रहने वाले उसके भांजे शुभम चक्रवर्ती उम्र 28 वर्ष रात 9 बजे अपने कमरे में चला गया था। रात एक बजे के करीब परिजनों ने उसके कमरे में देखा तो वह पंखे के हुक से गमछे का फंदा बनाकर फाँसी पर झूल रहा था। शुभम को फंदे पर झूलता देख परिजनों ने रोना-पीटना शुरू कर दिया। आधी रात को शोरगुल होने पर आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर मर्ग कायम किया। प्रारंभिक जाँच में लोगों का कहना था कि क्षेत्र में मकानों को तोड़े जाने के लिए मार्किंग की जा रही है और मृतक के मकान को भी तोड़े जाने के लिए मार्किंग होना बाकी है। इस जानकारी के बाद से शुभम परेशान था।बेघर होने के डर से वह गुमसुम सा हो गया था और परिजनों की समझाइश के बावजूद उसे अपने घर की चिंता सता रही थी। संभवत: इसी के चलते उसने आत्मघाती कदम उठाया है। 
देवी जागरण में गयी थी माँ 
 प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि रात 9 बजे के करीब मृतक शुभम की माँ राधा बाई अपने बेटे से देवी जागरण में जाने के लिए कहकर घर से निकली थी और उसके बाद शुभम अपने कमरे में चला गया था। रात 1 बजे के करीब देवी जागरण से लौटी उसकी माँ ने दरवाजा खटखटाकर उसे आवाज दी थी। उसके बाद कमरे में झाँककर देखने पर वह फंदे पर झूलता हुआ नजर आया था। 
घर टूटा, तो कहाँ जाएँगे 
 जाँच के दौरान क्षेत्र में रहने वाले शुभम के परिचितों का कहना था कि मकान तोड़े जाने की कार्रवाई प्रस्तावित किए जाने के बाद से शुभम मानसिक रूप से परेशान था और उसका कहना था कि मकान टूटा तो पता नहीं कहाँ ठिकाना होगा। लोगों द्वारा उसे काफी समझाने के बाद भी वह सिर्फ बेघर होने की बात सोचता था। शुभम द्वारा आत्मघाती कदम उठाए जाने से बस्ती में शोक का माहौल है।        

Tags:    

Similar News